विनय ने एलजी से की मौत की सजा उम्रकैद में बदलने की गुहार
निर्भया केस: जेल में प्रताडि़त करने के बारे में बताया
विनय ने एलजी से की मौत की सजा उम्रकैद में बदलने की गुहार
नई दिल्ली.
निर्भया के चार दोषियों में से एक विनय शर्मा ने दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) के समक्ष याचिका दायर की है। इसमें उसकी मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग की गई है। सीआरपीसी की धाराओं के तहत सरकार की शक्तियों का आह्वान करते हुए विनय ने मौत की सजा को निलंबित कर उम्रकैद में बदलने का अनुरोध किया है। विनय के वकील एपी सिंह के माध्यम से दायर आवेदन में कहा गया है कि कोर्ट के सामने उन्होंने कई बार असफल प्रयास किए हैं। पहली बार वह इस मामले में कार्यपालिका से संपर्क कर रहा है। याचिका में कहा गया कि वह (विनय) एक अंतिम अवसर चाहता है। आवेदन में सात सालों से जेल में रहने के दौरान उन हालातों के बारे में बताया गया, जिनका उसने सामना किया था।
उसने पुलिस और जेल के कैदियों के हाथों पिटाई, प्रताडि़त और अपमानित होने के बारे में भी बताया। उल्लेखनीय है कि पटियाला हाउस कोर्ट की ओर से चारों दोषियों के 20 मार्च सुबह 5.30 बजे के डेथ वारंट जारी किए गए हैं।
दोषी पवन ने कड़कडड़ूमा कोर्ट में लगाई याचिका
निर्भया के चार में से एक दोषी पवन ने फांसी की सजा से बचने के लिए एक नया दांव खेला है। पवन ने बुधवार को दिल्ली के कड़कडड़ूमा कोर्ट में याचिका दायर की है। पवन ने याचिका में मंडोली जेल के दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज करने की मांग की है। याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने मंडोली जेल प्रशासन को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने 12 मार्च तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 12 मार्च को होगी। पवन ने अपनी याचिका में कहा है कि पुलिसकर्मियों की पिटाई की वजह से सिर में चोटें आईं।