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किडनैप हुए चार महीने के दिव्यांश को माता पिता से मिलवाया तो मिला सुकून

locationजयपुरPublished: Aug 09, 2022 04:59:56 pm

Submitted by:

Lalit Tiwari

महेश नगर थाने के कांस्टेबल भीम सिंह और देवराज ने पत्रिका को बताया कि किस तरह पहुंचे आरोपी तक

किडनैप हुए चार महीने के दिव्यांश को माता पिता से मिलवाया तो मिला सुकून

किडनैप हुए चार महीने के दिव्यांश को माता पिता से मिलवाया तो मिला सुकून

कांस्टेबल भीम सिंह और देवराज… यह वही नाम है, जिन्होंने एसएमएस अस्पताल से किडनैप हुए मासूम को ना केवल तलाश लिया बल्कि आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया। तीन अगस्त की शाम से लापता दिव्यांश को आखिरकार इन्होंने 6 अगस्त की शाम करीब साढ़े चार बजे सकुशल ढूंढ लिया और माता पिता को सुपुर्द कर दिया। दोनों ने इस पूरे मामले में खुलासे का श्रेय पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव, एडिशनल कमिश्नर अजयपाल लांबा और डीसीपी योगेश गोयल और एसीपी भोपाल सिंह भाटी को दिया और बताया कि अधिकारियों की गाइडेंस के बिना यह संभव नहीं था।
महेश नगर थाने के कांस्टेबल भीमसिंह के अनुसार, शुक्रवार रात करीब साढ़े 11 बजे मुखबिर का कॉल आया, उसने बताया कि बच्चे के अपहरण के मामले में जिस आरोपी को ढूंढ रहे हो, उसे मानसरोवर रीको एरिया में स्थित चौखटी पर कई बार देखा है। वह मजदूरी का काम करता है। मैं तुरंत थाने से निकल 12 बजे मानसरोवर पहुंच गया। सूचना वेरिफाइ करने की कोशिश की, लेकिन पुख्ता साक्ष्य नहीं मिले। रात्रि में सोचा कि सूचना गलत तो नहीं हो सकती, इसे डवलप करनी पड़ेगी।
रात को नींद नही आई,सुबह पहुंच गया चौखटी
सुबह सात बजे वापस चौखटी पर पहुंच गया। वहां पर मजदूरों से बातचीत की, आरोपी की फोटो दिखाई, तो कुछ लोगों ने उसे पहचान लिया और नजदीक ही पवन विहार कॉलोनी में रहने वाला बताया। डोर-टू-डोर तलाश करनी थी, ऐसे में तकनीकी शाखा के कांस्टेबल देवराज और कांस्टेबल मंजू को बुलाकर घर-घर दस्तक दी। करीब पचास मकान में तलाश के बाद आरोपी हेमेन्द्र का मकान मिला। वहां पर बच्चा भी मिल गया, जिसे आरोपी और घर में मौजूद एक महिला अपना बच्चा बता रही थी। उनसे बच्चा लेने का प्रयास किया, लेकिन वे ना-नुकुर करने लगे। उनसे बच्चा छीना और उसकी फोटो क्लिक कर उच्चाधिकारियों को भेजी। बच्चे के परिजन को फोटो दिखाई तो उन्होंने पहचान लिया। आखिरकार इस तरह से बच्चा मिलने पर पुलिस ही नहीं पूरे जयपुर ने राहत की सांस ली। वहीं देवराज का कहना था कि बच्चे को तलाशने के बाद जब उन्हें माता पिता को सुपुर्द किया गया तो बहुत सुकून मिला। मात पिता के चेहरे पर इतनी खुशी थी कि उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल हैं।
https://youtu.be/LHnMo44BSNM
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