script11 लोगों ने क्यों लगाया मौत को गले, 20 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ | Why 11 people hug death, police empty handed even after 20 days | Patrika News
जयपुर

11 लोगों ने क्यों लगाया मौत को गले, 20 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ

पाकिस्तान (Pakistan) में धार्मिक उत्पीडऩ (Religious persecution) का शिकार होकर हिंदुस्तान में शरण लेने वाले विस्थापित परिवार (Displaced family) के 11 लोगों की मौत के 20 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ (Police empty handed) ही है। पुलिस यह पता भी नहीं लगा पाई है कि मौत का असली कारण क्या है।

जयपुरAug 28, 2020 / 11:45 pm

vinod

11 लोगों ने क्यों लगाया मौत को गले, 20 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ

11 लोगों ने क्यों लगाया मौत को गले, 20 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ

जोधपुर। पाकिस्तान (Pakistan) में धार्मिक उत्पीडऩ (Religious persecution) का शिकार होकर हिंदुस्तान में शरण लेने वाले विस्थापित परिवार (Displaced family) के 11 लोगों की मौत के 20 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ (Police empty handed) ही है। पुलिस यह तो मान रही है कि भील परिवार की दो बेटियों ने आत्महत्या की योजना बनाई। नर्सिंग का काम करने वाली एक बेटी ने सभी को नशीले इंजेक्शन (Drug injection) लगाए और बाद में खुद भी इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या कर ली, लेकिन अभी तक पुलिस यह पता भी नहीं लगा पाई है कि मौत का असली कारण क्या है।
जोधपुर के देचू थानान्तर्गत लोड़ता हरिदासोत गांव में पाक विस्थापित बुद्धाराम भील के परिवार के 11 लोगों के शव 10 अगस्त को खेत में बने कच्चे मकान में मिले थे। घटना के बाद मुख्यमंत्री ने भी निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया, लेकिन मौत के बाद सामने आए मृतका लक्ष्मी भील के वीडियो में जिन लोगों पर प्रताडऩा के आरोप लगाए गए हैं, उन तक भी पुलिस का हाथ नहीं पहुंच सका है। वीडियो में एक पुलिस उपअधीक्षक समेत कुछ पुलिस कर्मियों पर भी आरोप लगाए गए हैं, लेकिन किसी पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
पुलिस बोली, जांच जारी है
लक्ष्मी ने सामूहिक मृत्यु से एक दिन पहले मोबाइल में कुछ वीडियो रिकॉर्ड किए थे। जिसमें उसने मंडोर थाने की हेड कांस्टेबल पर थाने में डराने व धमकाने का आरोप लगाया था। साथ ही एसीपी पर भी वापस पाक भेजने की धमकी देने का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया गया कि निष्पक्ष जांच की बजाय पुलिस उलटा धमकाती थी। लक्ष्मी ने जोधपुर के मंडोर इलाके में रहने वाले दोनों भाइयों के ससुराल पक्ष वालों पर भी प्रताडऩा के आरोप लगाए और कुछ पाक विस्थापितों के नाम भी लिए। पुलिस ने घटना के दूसरे दिन तीन पेज का सुसाइड नोट, लक्ष्मी का मोबाइल, डायरियां व कुछ दस्तावेज जब्त किए गए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील के.पंवार का कहना है कि सुसाइड नोट, मृतक बहनों की हैंडराइटिंग के नमूने व मोबाइल जांच के लिए एफएसएल भेजा है।

Home / Jaipur / 11 लोगों ने क्यों लगाया मौत को गले, 20 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो