पुलिस बोली, जांच जारी है
लक्ष्मी ने सामूहिक मृत्यु से एक दिन पहले मोबाइल में कुछ वीडियो रिकॉर्ड किए थे। जिसमें उसने मंडोर थाने की हेड कांस्टेबल पर थाने में डराने व धमकाने का आरोप लगाया था। साथ ही एसीपी पर भी वापस पाक भेजने की धमकी देने का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया गया कि निष्पक्ष जांच की बजाय पुलिस उलटा धमकाती थी। लक्ष्मी ने जोधपुर के मंडोर इलाके में रहने वाले दोनों भाइयों के ससुराल पक्ष वालों पर भी प्रताडऩा के आरोप लगाए और कुछ पाक विस्थापितों के नाम भी लिए। पुलिस ने घटना के दूसरे दिन तीन पेज का सुसाइड नोट, लक्ष्मी का मोबाइल, डायरियां व कुछ दस्तावेज जब्त किए गए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील के.पंवार का कहना है कि सुसाइड नोट, मृतक बहनों की हैंडराइटिंग के नमूने व मोबाइल जांच के लिए एफएसएल भेजा है।