शहर में अब भी 10 हजार मवेशी
नगर निगम के अनुमान के मुताबिक शहर में अब भी 10 हजार से ज्यादा आवारा मवेशी घूम रहे हैं। आवारा मवेशियों में गायों के साथ ही आवारा सांडों की संख्या भी अच्छी खासी है। नगर निगम ने ने अप्रैल—मई में आवारा सांडों को पकड़ने के लिए 4 टीमें गठित की थी। इन टीमों को 24 घंटे आवारा मवेशी पकड़ने थे। नगर निगम प्रशासन हर महीने से डेढ़ से 2 हजार आवारा मवेशी पकड़ने का दावा कर रहा है। लेकिन शहर में आवारा मवेशियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। शहर के मालवीय नगर, सांगानेर, राजापार्क, सिविल लाइंस, मानसरोवर, दुर्गापुरा, महेशनगर, टोंक फाटक और चारदीवारी समेत सभी इलाकों में आवारा मवेशी घूमते नजर आते हैं। ऐसे में निगम जितने आवारा मवेशी पकड़ने का दावा कर रहा है,वो कागजी लगते हैं।
नगर निगम के पशु प्रबंधन उपायुक्त हर्षित वर्मा बताते हैं कि राजस्थान हाइकोर्ट की सख्ती को देखते हुए नगर निगम ने आवारा मवेशी पकड़ने का अभियान तेज कर दिया है। इस काम में लगी टीमों को फील्ड में ज्यादा काम करने के लिए कहा गया है।