ये तीनों ही खिलाड़ी लंबे समय से क्लब में रोजाना चार से पांच घंटे अभ्यास कर रहे है। उल्लेखनीय है कि पेंचक सिलाट एक प्रकार का मार्शल आर्ट ( Marshal Arts ) जैसा ही खेल है। इसे इंडोनेशियन मार्शल आर्ट भी कहा जाता है। प्रदेश पेंचक सिलाट एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश कायथ ने बताया कि इन तीनों ही खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय स्तर पर पहले भी कई प्रतियोगिओं में पदक जीते है।
खिलाड़ी राहुल सैनी ने बताया कि नेशनल खेलने के बाद से ही वर्ल्ड लेवल पर खेलने का सपना संजोया था। उसी का साकार करने का दिन आ गया। इसके लिए कई महीनों तक कड़ा अभ्यास किया। कोच महेश कायथ के निर्देशन में खेल की हर बारिकियों को समझकर अभ्यास किया। मैं और मेरी टीम भारत के लिए पदक लाएंगे।
वहीं खिलाड़ी रोहिताश का कहना है कि अभ्यास से ही जीत मिलती है। हमनें भी वर्ल्ड गेम के लिए लगातार मेहनत की। परिवार ने पूरा सहयोग किया। उसी का नतीजा है कि आगे बढ़ रहे है। नए खिलाडिय़ों को खेल के प्रति लगाव रखकर सीखना चाहिए।
इन खिलाडिय़ों का रवानगी से पूर्व जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ( ramcharan bohra ) ने भी हौसला बढ़ाया। वहीं, पीएचईडी स्पोट्र्स क्लब के अध्यक्ष संजय सिंह शेखावत ने खिलाडिय़ों की कड़ी मेहनत देखकर कहा कि हमें उम्मीद है कि भारतीय टीम के ये सदस्य पदक जिताएंगे।