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जयपुर

क्रॉनिक डिजीज की आशंका कम करेगी योग तकनीक

योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालकर रोग के लक्षणों को कम करता है

जयपुरSep 28, 2019 / 03:19 pm

Archana Kumawat

थाइरॉइड प्रॉब्लम
थाइरॉइड की समस्या में शरीर में हार्मोंस का बैलेंस गड़बड़ा जाता है। ऐसे में डिप्रेशन, एंजाइटी, गले में सूजन, एनर्जी में कमी, स्किन प्रॉब्लम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। थाइरॉइड से राहत पाने के लिए मत्स्यासन करना फायदेमंद होगा। इसके अलावा अस्थमा के रोग में भी इस आसन को लाभकारी माना जाता है। यह शुद्ध रक्त का निर्माण और संचार का काम भी करता है।

गठिया और अर्थराइटिस में
उम्र बढऩे पर अर्थराइटिस की समस्या होना एक आम समस्या बन गई है। इसमें जोड़ों में सख्ती, दर्द एवं सूजन संबंधी परेशानियां होने लगती हैं। इस तरह की समस्या से राहत पाने के लिए चिकित्सक की सलाह से आप कुछ आसन भी कर सकते हैं। इसमें बालासन को सबसे लाभकारी माना गया है। इस आसन से पीठ को आराम मिलता है और तंत्रिका तंत्र शांत होता है परंतु ध्यान रखें कि यदि आपने घुटने का ऑपरेशन करवाया है इस आसन को न करें। कोई भी आसन किसी प्रशिक्षक की देखरेख में ही करें।

लोअर बैक पेन प्रॉब्लम
लंबे समय तक बैठकर काम करने से आपको लोअर बैक पेन की समस्या हो सकती है। ऐसे में सबसे बेहतर है कि आप योग करें। पीठ दर्द की समस्या को दूर करने में वृक्षासन को सबसे कारगर माना गया है। वृक्षासन को सुबह के समय किया जाना चाहिए। दरअसल, सुबह के समय मस्तिष्क अधिक शांत रहता है और आसन के फायदे भी प्रभावी ढंग से प्राप्त होते हैं। ध्यान रखें कि आसन को खाली पेट ही करना है। यह आसन मांसपेशियों को टोन करने के साथ ही पैरों को भी मजबूती देता है।

डायबिटीज
पिछले कुछ सालों से डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म गड़बड़ा जाता है और शरीर में ग्लूकोज का लेवल बढऩे लगता है। डायबिटीज के लक्षणों को कम करने के लिए भी कुछ योग आसन लाभकारी हैं। यह शरीर में प्राकृतिक तरीके से शुगर को कंट्रोल करने का काम करते हैं। ऐसे में आप चक्रासन का लाभ ले सकते हैं। चक्रासन पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है और मोटापे को कंट्रोल करता है, जो डायबिटीज का एक कारण है।

लिवर प्रॉब्लम
शारीरिक क्रियाओं के संचालन के लिए लिवर शरीर का एक महत्त्वपूर्ण अंग है। यह प्रोटीन का प्रोडक्शन करने के साथ ही ब्लड क्लोटिंग, कोलेस्ट्रोल ग्लूकोज एवं आयरन मेटाबॉलिज्म का भी काम करता है। लिवर संबंधी समस्या होने पर व्यक्ति का वजन कम होने लगता है एवं थकान, कमजोरी, त्वचा का पीला पडऩा आदि समस्याएं भी नजर आने लगती है। ऐसे में भी आपको योग से लाभ मिल सकता है। इस तरह की समस्या में आप परिघासन कर सकते हैं। यह आसन पाचन, श्वसन एवं रक्त प्रवाह को सुचारू करने का काम करता है। साथ ही पेट की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है।

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