फोर्टिस एक्सकॉर्ट अस्पताल में जनरल ड्यूटी असिसटेंट के रूप में काम करने वाले 21 वर्ष के कुलदीप वर्मा कहते हैं कि मैं आरएसएलडीसी का दिल से शुक्रगुजार हूं। मैं इससे पहले घर पर था। घर की परिस्थितियों के चलते मैं अपनी पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाया। पिछले साल मेरे एक दोस्त ने मुझे आरएसएलडीसी के कोर्सेज की जानकारी दी। उसके बाद मैंने ये कोर्स ज्वाइन किया और जनरल ड्यूटी असिसटेंट की ट्रेनिंग ली। इस ट्रेनिंग को पूरी करते ही मेरी नौकरी लग गई। मैं खुशनसीब हूं कि जहां लॉकडाउन में बहुत से युवा घर बैठे हैं वहीं इसी लॉकडाउन ने मेरा जीवन बदल दिया। मैं समाज की सेवा तो कर ही रहा हूं साथ ही मेरे परिवार वालों के लिए भी कुछ काम करके पैसा कमा रहा हूं।
कोरोना महामारी ने अपनों को ही अपनों से दूर कर दिया। जिन कोरोना से पीडि़त मरीजों के करीब आने से उनके ही घरवाले घबरा रहे हैं ये फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर उनका हाथ थामकर हौंसला बढ़ा रहे हैं। मेट्रोमास अस्पताल के कोविड वार्ड में ड्यूटी कर रही ममता वर्मा कहती हैं कि हम पूरा दिन कोविड पेशेंट के साथ रहकर उनकी देखभाल करते हैं। कोरोना से हिम्मत हार चुके मरीजों को ममता अपने हाथों से खाना खिलाती है। उनको समय से दवाई देती है।
कोविड वार्ड में काम करने वाले दिनेश महावार कहते हैं कि इस काम को करने में एक अलग ही सूकून मिलता है। हम यही सोचकर इनकी सेवा करते हैं कि इनकी दुआ मिलेगी। इन दिनों हम 12 घंटे से लेकर 24 घंटे तक की ड्यूटी कर रहे हैं।
मरीजों का मनोबल बनाना जरूरी: अनीता
वहीं मेट्रो मास में काम कर रही अनीता महावर का कहना है कि मैं इस समय होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड पेशेंट्स के घर जाकर उनकी सेवा कर रही हूं। मरीज की देखभाल, उनको खाना खिलाना, दवाई देना साथ ही हम उनकी दिल की बात भी सुनते हैं। इस बीमारी में मरीजों का मनोबल बनाना बहुत जरूरी है।
कोरोना काल में राजस्थान सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं जैसे निरोगी राजस्थान एवं चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना आदि संचालित कर रही है। इसी क्रम में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम भी अपनी विशेष भूमिका निभा रहा है। आरएसएलडीसी पिछले काफी समय से हेल्केयर के लिए ड्रापआउट स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दे रहा हैं। आरएसएलडीसी के प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके युवा अब फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर के रूप में प्रदेशभर के अस्पतालों में काम कर रहे हैं।
राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम।