चुनाव जहां पहले 28 फरवरी को घोषित होना था, लेकिन चुनाव परिणाम अब 3 मार्च तक के लिए टाल दिया गया है। सभी पदों के लिए परिणाम तीन मार्च को आएगा। चुनाव परिणाम की तारीख दो बार बढ़ने से युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चुनाव प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
चुनाव में भाग्य आजमा रहे कार्यकर्ताओं की माने तो दो बार चुनाव परिणाम की तारीख बढ़ना संदेह पैदा करता है। कार्यकर्ताओं को संदेह है कि वोटिंग में हेरफेर कर कोई बड़ा खेल तो नहीं किया जा रहा है।
फर्जी वोटिंग से हुआ संदेह
दरअसल 22 और 23 फरवरी को विभिन्न पदों के लिए दो दिन तक चले मतदान के दौरान के कई शहरों में फर्जी वोटिंग की शिकायतें आई थीं। नियमों के मुताबिक मतदाता वोट करते समय अपने मोबाइल से सेल्फी भी अपलोड करनी थी, लेकिन कई जगह वोटर्स ने ओटीपी किसी का और फोटो किसी और की अपलोड की थी।
इसकी शिकायतें युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं युवा कांग्रेस के दिल्ली मुख्यालय में भी की थी। जिस पर उन्हें फर्जी वोटिंग की छानबीन करने का आश्वासन दिया गया था। बताया जा रहा है कि फर्जी वोटिंग जांचने के नाम पर केवल खानापूर्ति ही जा रही है, जबकि होना ये चाहिए था कि जब फर्जी वोटिंग की जा रही थी तो जिस ऑनलाइन ऐप पर वोट किए जा रहे वहीं उसमें ऐसा भी सिस्टम होना चाहिए था कि इस तरह की फर्जी वोटिंग को स्वीकार ही न करें।
गौरतलब है कि युवा कांग्रेस चुनाव में पहली बार ऑनलाइन ऐप के जरिए मतदान कराए गए हैं जबकि पूर्व में दो बार बैलेट पेपर से चुनाव कराए गए थे। अब चुनाव लड़ रहे कार्यकर्ता 3 मार्च को आने वाले चुनाव परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद ही आगे की रणनीति तय करेंगे।