दुर्घटना के बाद घायलों को अस्पताल लाया गया तथा सूचना मिलने पर स्थानीय युवा सामाजिक कार्यकर्ता सद्दामखां, सलीमखां, रमेशकुमार देवपाल, सुरेन्द्रकुमार, कुम्भेश देवपाल भी अस्पताल पहुंचे। यहां इमरजेंसी रूम के आगे उन्होंने घायलों को बिठाया तथा चिकित्साकर्मियो को इसकी सूचना दी। उन्होंने बताया कि करीब आधे घंटे तक यहां कोई चिकित्सक नहीं पहुंचा तथा इमरजेंसी रूम का ताला भी नहीं खुला। जिसके चलते घायल दर्द से कराहते रहे।उनकी ओर से इस बात का विरोध करने पर करीब पौन घंटे बाद चिकित्साधिकारी अस्पताल पहुंचे तथा घायलों का उपचार किया।
रामदेवरा. गांव में रविवार को सुरक्षा शिविर आयोजित कर ग्रामीणों को जानकारियां दी गई। स्थानीय रेलवे स्टेशन के पास सुरक्षा शिविर आयोजित किया गया। वितरक भीमसिंह ने गैस से सुरक्षा, आग लगने पर किए जाने वाले उपाय के बारे में बताया तथा सरकार की ओर से संचालित प्रधानमंत्री उज्जवला योजना सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी।