पोकरण. कस्बे के आशापुरा मंदिर में चल रहा शारदीय नवरात्र मेला शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। यहां बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, फलोदी, जोधपुर आदि क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने आशापुरा माता के दर्शन किए तथा प्रसाद चढ़ाकर पूजा-अर्चना की। जिससे दिनभर मंदिर परिसर में चहल पहल देखने को मिली। हालांकि इस वर्ष कोरोना संक्रमण की महामारी के कारण श्रद्धालुओं की आवक ज्यादा नहीं हुई थी, लेकिन यहां आए श्रद्धालुओं के कारण चहल पहल अवश्य नजर आई। शुक्रवार को सुबह मंदिर के पुजारी नखतपुरी महाराज के सानिध्य में विशेष पूजा-अर्चना व अभिषेक किया गया तथा निज मंदिर में माता की प्रतिमा पर स्वर्ण मुकुट लगाकर शृंगार किया गया। बीकानेर से आए कलाकारों ने गुरुवार की रात्रि में आशापुरा देवी के निज मंदिर में आकर्षक सजावट की। साथ ही आशापुरा धर्मशाला के बाहर स्थित खुले प्रांगण में यहां आए श्रद्धालुओं की ओर से डांडिया नृत्य व गरबा महोत्सव का आयोजन कर रात्रि जागरण किया गया। जिसमें बीकानेर से आए प्रसिद्ध भजन गायकों ने भजनों की प्रस्तुतियां दी। जिस पर उपस्थित श्रद्धालु भाव विभोर होकर झूमने लगे। प्रसादी का किया वितरण आशापुरा भंडारा सेवा समिति बीकानेर के अध्यक्ष श्यामसुंदर जोशी, संरक्षक केशवप्रसाद बिस्सा, गोपाल बिस्सा, महासचिव गिरीराज बिस्सा, गजानंद बिस्सा, महेश व्यास, राजकुमार व्यास की ओर से आशापुरा माता मंदिर में शुक्रवार को सुबह विशेष पूजा-अर्चना की गई। इसके साथ ही कड़ाई का आयोजन कर प्रसादी तैयार की गई। दोपहर बाद आशापुरा माता मंदिर में भोग लगाकर प्रसादी का वितरण किया गया। इस मौके पर सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। नगरपालिका अध्यक्ष मनीष पुरोहित भी यहां उपस्थित रहे तथा अपने हाथों से प्रसादी का वितरण किया। यह मेला शुक्रवार की देर रात्रि तक जारी रहा तथा शनिवार को सुबह श्रद्धालु यहां से पुन: रवाना होंगे।