scriptकोरोना वायरस: 650 वर्षों में पहली बार बंद हुआ बाबा रामदेव मंदिर, 31 मार्च तक बंद | Baba Ramdev Temple closed for the first time in 650 years | Patrika News
जैसलमेर

कोरोना वायरस: 650 वर्षों में पहली बार बंद हुआ बाबा रामदेव मंदिर, 31 मार्च तक बंद

रामदेवरा. प्रदेश के सबसे बड़े मंदिरों में शुमार बाबा रामदेव का समाधि स्थल कोरोना वायरस से बचाव व यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एहतियात के तौर पर 20 मार्च से 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। इस दौरान समाधि प्रवेश द्वार के पट नहीं खुलेंगे तथा यहां आने वाले श्रद्धालु भी दर्शन नहीं कर पाएंगे।

जैसलमेरMar 20, 2020 / 08:43 pm

Deepak Vyas

कोरोना वायरस: 650 वर्षों में पहली बार बंद हुआ बाबा रामदेव मंदिर, 31 मार्च तक बंद

कोरोना वायरस: 650 वर्षों में पहली बार बंद हुआ बाबा रामदेव मंदिर, 31 मार्च तक बंद

रामदेवरा. प्रदेश के सबसे बड़े मंदिरों में शुमार बाबा रामदेव का समाधि स्थल कोरोना वायरस से बचाव व यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एहतियात के तौर पर 20 मार्च से 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। इस दौरान समाधि प्रवेश द्वार के पट नहीं खुलेंगे तथा यहां आने वाले श्रद्धालु भी दर्शन नहीं कर पाएंगे। बाबा रामदेव समाधि समिति की अति महत्वपूर्ण बैठक शुक्रवार को सुबह समाधि समिति के कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें प्रशासनिक आदेश के बाद समाधि समिति के सदस्यों की ओर से सामूहिक रूप से निर्णय लिया गया कि सरकारी आदेश की पालना करते हुए प्रदेश के बड़े मंदिरों में शुमार बाबा रामदेव समाधि स्थल को आगामी 31 मार्च तक पूर्ण रूप से बंद रखा जाए, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालु एक साथ एकत्र नहीं हो सके। कोरोना से बचाव के सभी कारगर कदम उठाए व लोगों को जागरुक कर इस महामारी से बचा जा सके। गौरतलब है कि बाबा रामदेव की जीवित समाधि लेने के करीब 650 साल के इतिहास के बाद यह पहला अवसर है कि कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण समाधि के पट को सरकारी आदेश के बाद बंद किया गया है। गौरतलब है कि कौमी एकता के प्रतीक बाबा रामदेव की पूजा करने वाले देश के लाखों करोड़ों भक्त है तथा प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु यहां आकर बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन करते है। श्रद्धालु अब यहां आगामी 31 मार्च तक दर्शन नहीं कर पाएंगे।
नियमित रूप से जारी रहेगी पूजा
श्रद्धा व आस्था को जारी रखते हुए बाबा रामदेव समाधि समिति में कार्यरत पूजारियों की ओर से प्रतिदिन होने वाली पांच आरती नियमित समय पर समाधि स्थल पर की जाएगी। यह अलग बात है कि उस दौरान कोई भी बाहरी श्रद्धालु व अन्य लोग यहां उपस्थित नहीं रहेंगे। पूजा-अर्चना का कार्यक्रम पूर्व की भांति यथावत रखने का निर्णय समाधि समिति की ओर से लिया गया।
ये रहे उपस्थित
समाधि समिति की शुक्रवार को हुई अतिमहत्वपूर्ण बैठक में बाबा रामदेव वंशज व समाधि समिति के अध्यक्ष गादीपति राव भोमसिंह तंवर, सरपंच समंदरसिंह तंवर, उपसरपंच खींवसिंह तंवर, समिति के दौलतसिंह तंवर, नाथूसिंह तंवर, प्रयागसिंह तंवर, मगसिंह तंवर, देरावरसिंह तंवर, अभयसिंह तंवर, दौलतसिंह तंवर, समाधि समिति के व्यवस्थापक रामचंद्र शर्मा सहित तंवर समाज के अन्य लोग भी उपस्थित रहे।
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