जैसलमेर

भाजपा नेताओं ने किया अस्पताल का निरीक्षण, ली सेवाओं की जानकारी

– अव्यवस्थाओं को लेकर जताई नाराजगी, प्रभारी से की मुलाकात

जैसलमेरOct 21, 2021 / 09:07 pm

Deepak Vyas

भाजपा नेताओं ने किया अस्पताल का निरीक्षण, ली सेवाओं की जानकारी


पोकरण. भाजपा नेताओं ने बुधवार को कस्बे के राजकीय उपजिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर मरीजों व उनके परिजनों से मुलाकात की और कुशलक्षेम पूछकर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं व सेवाओं की जानकारी ली। भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य महंत प्रतापपुरी महाराज ने नगरपालिका अध्यक्ष मनीष पुरोहित, भाजपा जिला मंत्री मदनसिंह राजमथाई, मंडल अध्यक्ष मुकेश शर्मा, रमेश टावरी, अनिल रंगा, मनीष सैन के साथ राजकीय अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के प्रभारी डॉ.अनिल गुप्ता से जननी सुरक्षा योजना, नि:शुल्क दवा वितरण योजना, कोविड-19 वैक्सीनेशन के साथ डेंगू व मलेरिया की स्थिति और चिकित्सा विभाग की ओर से किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। भाजपा नेताओं ने इनडोर व आउटडोर, प्रयोगशाला, चिकित्सक कक्ष आदि का भी निरीक्षण किया। इसी प्रकार मरीजों ने वार्डों में पंखों के बंद होने, शौचालयों में पानी नहीं आने आदि समस्याओं से अवगत करवाया। मरीजों ने आरोप लगाते हुए बताया कि कुछ चिकित्सक देरी से अस्पताल आते है और जांच व दवाइयां बाहर की लिखते है। जिससे उन्हें परेशानी होती है। जिस पर भाजपा नेताओं ने रोष जताया तथा व्यवस्थाओं को दुरस्त करने की मांग की।
िनिरीक्षण के दौरान महंत प्रतापपुरी महाराज ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पोकरण विधानसभा क्षेत्र भौगोलिक रूप से बड़ा है। अस्पताल को उपजिला चिकित्सालय का दर्जा तो मिल गया है, लेकिन अभी तक संसाधनों व चिकित्साकर्मियों की कमी है। जिसके कारण मरीजों को परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि इन दिनों मलेरिया व डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिसके अनुपात में बैड व स्टाफ की कमी है। उन्होंने कहा कि पोकरण के विधायक राज्य सरकार में केबिनेट मंत्री है। उन्हें इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि चिकित्सा व्यवस्थाएं सुदृढ़ हो सके और मरीजों को बेहतर सुविधाएं व सेवाएं मिल सके। उन्होंने कहा कि जब संसाधन ही कम है, तो स्टाफ काम क्या करेगा। डेंगू व मलेरिया के मरीज अस्पताल की गैलेरी में भर्ती है। वार्ड में एक बैड पर दो से तीन बच्चे भर्ती है। व्यवस्थाएं बिगड़ी हुई है और मरीज परेशान हो रहे है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारियों से भी इस संबंध में ध्यान देने व व्यवस्थाओं को दुरस्त करने की मांग की है।
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