ग्रामीण जैसे-तैसे ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदकर अपनी प्यास बुझा रहे है, लेकिन मवेशी के लिए हालात विकट है। पशुखेलियां व पशुकुण्ड सूखे होने के कारण मवेशी को पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है। भीषण गर्मी के मौसम में तालाबों व नाडियों मेंभी पानी की कमी हो गई है। ऐसे में मवेशी पेयजल की तलाश में जंगलों में दम तोड़ रहे है।
जलदाय विभाग की ओर से भीषण गर्मी के मौसम में टैंकरों से जलापूर्ति की जाती है। पशुखेलियों व पशुकुण्डों के साथ पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न होने पर गांवों, ढाणियों व विद्यालयों में जलापूर्ति की जाती है, लेकिन इस वर्ष अभी तक क्षेत्र में कहीं पर भी टैंकरों से जलापूर्ति शुरू नहीं की गई है। ऐसे में पेयजल संकट की स्थिति गंभीर हो रही है।
नहरबंदी से कोढ़ में खाज की स्थिति
एक तरफ भीषण गर्मी का मौसम और पेयजल संकट की स्थिति, दूसरी तरफ एक माह से चल रही नहरबंदी कोढ में खाज का कारण बनती जा रही है। गत 29 मार्च को नहरबंदी शुरू हुई थी, जो अभी तक पुन: शुरू नहीं हो पाई है। जिसके चलते कस्बे सहित आसपास क्षेत्र में जलापूर्ति नहीं हो पा रही है तथा आमजन को परेशानी हो रही है।