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जैसलमेर

PATRIKA CAMPAIGN- सूखे जीएलआर, ट्रैक्टर टंकियां ही सहारा- राजस्थान के इस शहर मेंं पेयजल के ऐसे हालात कभी नहीं बने

-विभागीय दावों से जुदा है पोकरण क्षेत्र की हकीकत

जैसलमेरMay 09, 2018 / 12:47 pm

jitendra changani

Jaisalmer patrika

Patrika news

बढ़ी पानी की खपत तो जल स्रोतों में भी घटा स्तर
पोकरण(जैसलमेर). शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण, भीषण गर्मी के मौसम के साथ हर जगह पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिससे आमजन परेशान है। दूसरी तरफ जिम्मेदार विभाग की ओर से किए जा रहे सुचारु जलापूर्ति के दावे मात्र खोखले साबित हो रहे है। गौरतलब है कि भीषण गर्मी के दौरान जल स्त्रोतों में पानी की कमी हो जाती है।जबकि हर जगह पानी की खपत बढ जाती है। ऐसे में पेयजल संकट के हालात उत्पन्न हो जाते है। जिससे आमजन को परेशान होना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित जीएलआर सूखे पड़े है। हालात ये है कि ग्रामीण ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदकर मंगवाने को मजबूर है। दूरस्थ व अंतिम छोर पर आबाद गांव व ढाणियां पेयजल को तरस रहे है। पानी को लेकर त्राही-त्राही मची हुई है। जलदाय विभाग की ओर से मात्र कागजी कार्रवाई कर जलापूर्ति के दावे किए जा रहे है, लेकिन हकीकत में भीषण गर्मी के मौसम में पेयजल संकट गहराने लगा है।


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मवेशी हो रहे काल के ग्रास
ग्रामीण जैसे-तैसे ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदकर अपनी प्यास बुझा रहे है, लेकिन मवेशी के लिए हालात विकट है। पशुखेलियां व पशुकुण्ड सूखे होने के कारण मवेशी को पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है। भीषण गर्मी के मौसम में तालाबों व नाडियों मेंभी पानी की कमी हो गई है। ऐसे में मवेशी पेयजल की तलाश में जंगलों में दम तोड़ रहे है।
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टैंकरों से जलापूर्ति भी नहीं हुई शुरू
जलदाय विभाग की ओर से भीषण गर्मी के मौसम में टैंकरों से जलापूर्ति की जाती है। पशुखेलियों व पशुकुण्डों के साथ पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न होने पर गांवों, ढाणियों व विद्यालयों में जलापूर्ति की जाती है, लेकिन इस वर्ष अभी तक क्षेत्र में कहीं पर भी टैंकरों से जलापूर्ति शुरू नहीं की गई है। ऐसे में पेयजल संकट की स्थिति गंभीर हो रही है।
नहरबंदी से कोढ़ में खाज की स्थिति
एक तरफ भीषण गर्मी का मौसम और पेयजल संकट की स्थिति, दूसरी तरफ एक माह से चल रही नहरबंदी कोढ में खाज का कारण बनती जा रही है। गत 29 मार्च को नहरबंदी शुरू हुई थी, जो अभी तक पुन: शुरू नहीं हो पाई है। जिसके चलते कस्बे सहित आसपास क्षेत्र में जलापूर्ति नहीं हो पा रही है तथा आमजन को परेशानी हो रही है।

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