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जैसलमेर

सरहदी क्षेत्र में सेटेलाइट फोन के संकेत तो मंडराये आशंका के बादल

-पाक के समीप गांवों के पास भारतीय एजेंसियां हुई सतर्क-सबसे पहले पत्रिका ने उजागर किया था मामला

जैसलमेरOct 24, 2021 / 08:20 pm

Deepak Vyas

सरहदी क्षेत्र में सेटेलाइट फोन के संकेत तो मंडराये आशंका के बादल

सरहदी क्षेत्र में सेटेलाइट फोन के संकेत तो मंडराये आशंका के बादल


जैसलमेर. पाक सीमा से सटे जैसलमेर जिले के सरहदी क्षेत्र में दीपावली से महज 12 दिन पहले सेटेलाइट फोन से बातचीत होने की घटना सामने आने से खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो चुके हैं। करीब दो वर्ष के सन्नाटे के बाद एक बार फिर सरहदी क्षेत्रों में सेटेलाइट फोन की आहट से बीएसएफ सहित सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों के का खड़े हो गए हैं। गौरतलब है कि पाक सीमा से सटे सरहदी जैसलमेर क्षेत्र में पोछीना सरहद के समीप क्षेत्र में सेटेलाइट फोन से बातचीत होने के अंदेशे मे सीसुब व सुरक्षा एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन चलाया। इस संबध में इनपुट मिलने के बाद शुक्रवार को जांच एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन दिन भर चलाया, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी और न ही सेटेलाइट फोन चलाने वाले व्यक्ति ही ट्रेस हो पाया। गत गुरुवार देर रात को एक व्यक्ति के सेटेलाइट फोन से पाकिस्तान बात होने की सूचना एजेंसियों को मिली थी। सूत्रों के अनुसार सेटेलाइट फोन की लोकेशन पोछीना गांव के उतर दिशा में भारत माला हाइवे पर मिली थी। जांच एजेंसियों ने न केवल पोछीना बल्कि करड़ा व बींजराज का तला गांव के मौजीज व्यक्तियों से बात कर मामले की जानकारी ली। सूत्रों के अनुसार इस दौरान गांव के किसी भी परिवार की पाकिस्तान में रिश्तेदारी नहीं होने और सेटेलाइट फोन नहीं होने की पुष्टि के बाद हाइ-वे की तरफ पूछताछ शुरू की गई है। सूत्रों के मुताबिक इस बात की भी संभावना पूरी है कि सेटेलाइट फोन करने वाले व्यक्ति दूसरे गांवों के हो और उन्होंने पोछीना सरहद पर आकर सेटेलाइट के जरिये बातचीत की हो, हालांकि अभी तक बीएसएफ व जांच एजेंसियों की जांच जारी है। इन सबके बीच कोरोना काल के बाद एक बार फिर सुरक्षा को लेकर एजेंसियां अलर्ट मोड पर है। गौरतलब है कि 38 हजार वर्ग किमी से अधिक फैले व देश के सबसे बड़े जिलों की फेहरिस्त में शामिल सरहदी जैसलमेर जिले में आबादी घनत्व भी केवल 17 व्यक्ति प्रति किलोमीटर है। ऐसे में विस्तृत रूप से फैले सरहदी क्षेत्र पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। गौरतलब है कि यह सीमावर्ती क्षेत्र में फोन प्रतिबंधित है।
सरहद पर सेटेलाइट फोन मिलने के चर्चित मामले

-31 जनवरी 2017: सम क्षेत्र में एक सेटेलाइट फोन का उपयोग करते हुए अरबी नागरिक को पुलिस ने पकड़ा। वह रिसोर्ट में इस फोन का उपयोग कर रहा था।
-26 दिसंबर 2019: रामगढ़ क्षेत्र के कुरियाबेरी समीई इलाके में सेटेलाइट फोन का सिग्नल मिला। इस दौरान दो संदिग्धों को दस्तयाब किया गया, लेकिन जांच में उनके पास से कुछ नहीं मिला।

31 जनवरी 2017:

फैक्ट फाइल
-8 थाना क्षेत्र सुरक्षा के लिहाज से बाहरी लोगों की आवाजाही के लिए हैं प्रतिबंधित
-470 किमी की लंबाई में जैसलमेर जिले की सीमा है विस्तृत
-350 के करीब गांव जिले के ऐसे हैंए जहां जाने के लिए जरूरी है अनुमति
आठ थाना क्षेत्रों के लिए यह है नियम
-प्रतिबंधित क्षेत्र में जैसलमेर जिले के आठ थाना क्षेत्रों के करीब 350 गांव शामिल
-वैधानिक अनुमति के बाद ही प्रतिबंधित थाना क्षेत्रों में प्रवेश का नियम
-क्रिमीनल संशोधन एक्ट 1996 के तहत अधिसूचित थाना क्षेत्रों में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश के लिए अनुमति लेना जरूरी
-एसडीएम, संबंधित थाना, पुलिस अधीक्षक व तहसीलदार से सत्यापन के बाद मिलती है अनुमति
-बिना अनुमति मिलने पर व्यक्ति के खिलाफ पुलिस हो कार्रवाई का अधिकार
-जैसलमेर में 2008 में बार्डर को बेचने के मामले के बाद इस कानून को बनाया गया है सख्त

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