जैसलमेर

प्रस्तावित राजस्थान बजट पर निजी शिक्षा क्षेत्र से परिचर्चा,ग्रामीण बालिकाओं को उच्च अध्ययन का मिले माहौल

राजस्थान के प्रस्तावित आम बजट को लेकर राजस्थान पत्रिका के तत्वावधान में जैसलमेर के निजी स्कूल व कोचिंग सेंटर के संचालकों के साथ परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा में भाग लेते हुए संभागियों ने जैसलमेर के तीव्र विकास के लिए यहां शिक्षा क्षेत्र की ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया। सबसे ज्यादा जरूरी ग्रामीण परिवेश की बालिकाओं को उच्च शिक्षा की सुविधा दिलाने और इसके लिए अभिभावकों तथा समाज की सोच को सकारात्मक बनाने के लिए सरकारी-गैरसरकारी स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता जताई।

जैसलमेरJan 23, 2020 / 07:52 pm

Deepak Vyas

प्रस्तावित राजस्थान बजट पर निजी शिक्षा क्षेत्र से परिचर्चा,ग्रामीण बालिकाओं को उच्च अध्ययन का मिले माहौल

जैसलमेर. राजस्थान के प्रस्तावित आम बजट को लेकर राजस्थान पत्रिका के तत्वावधान में जैसलमेर के निजी स्कूल व कोचिंग सेंटर के संचालकों के साथ परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा में भाग लेते हुए संभागियों ने जैसलमेर के तीव्र विकास के लिए यहां शिक्षा क्षेत्र की ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया। सबसे ज्यादा जरूरी ग्रामीण परिवेश की बालिकाओं को उच्च शिक्षा की सुविधा दिलाने और इसके लिए अभिभावकों तथा समाज की सोच को सकारात्मक बनाने के लिए सरकारी-गैरसरकारी स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने जैसलमेर के पढ़े-लिखे युवाओं को जिले में कार्यरत कंपनियों व उद्योग धंधों में प्राथमिकता से नौकरियां देने, कंपनियों की ओर से सामुदायिक क्षेत्र में पैसा शिक्षा और चिकित्सा मदों में ही खर्च करने, सरकारी स्कूलों की भांति निजी स्कूलों में पढऩे वाली मेधावी बालिकाओं को लेपटॉप व साइकिल, स्कूटी मुहैया करवाने की मांग उठाई। बैठक में बाबूदान चारण, रामेश्वर लाल बोरावट, परमानंद सोनी, जितेंद्र खत्री, पुरेंद्रसिंह भाटी ने विचार व्यक्त किए।
गांवों में बदली जाए सोच
शिक्षा के प्रति सीमांत जैसलमेर जिले के लोगों की सोच में बदलाव आ रहा है, लेकिन आज भी गांवों में बालिकाओं को आठवीं से आगे की पढ़ाई करवाने के प्रति अपेक्षित माहौल नहीं है। बाहरी कस्बों या शहरों में जाकर पढ़ाई करने के लिए उनकी सुरक्षा का विषय अभिभावकों के लिए बहुत गंभीर है। सरकार को ऐसे उपाय करने चाहिए, जिससे अभिभावक निश्चिंत होकर बालकों की भांति बालिकाओं को भी बाहर पढऩे के लिए भेज सकें।
बजट राशि का सदुपयोग हो
राज्य बजट में अव्वल तो शिक्षा पर खर्च बढऩा चाहिए और जो राशि इसके लिए रखी जाती है, उसका सदुपयोग भी तय होना चाहिए। सरकार को कम्प्यूटर और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए और प्रयास करने की दरकार है, ताकि राजस्थान के युवा बाहरी राज्यों में भी काम पा सकें। इसी तरह से बजट में पर्यावरण को बढ़ावा दिलाने, नशावृत्ति सहित अन्य सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए जन जागरण के संबंध में भी वित्तीय प्रावधान करने चाहिए।
निजी विद्यालयों में आरटीइ के पुनर्भरण का पैसा लम्बे समय से अटका हुआ है। वह समयबद्ध तरीके से दिलाया जाना चाहिए।
– जितेंद्र खत्री

जिले में उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए विशेष प्रयास हो, जहां यहां के बेरोजगारों को प्राथमिकता से रोजगार दिलाया जाए।
– परमानंद सोनी
बजट में मनरेगा के तहत स्थायी महत्व के निर्माण करवाने और ओरण क्षेत्र को सुरक्षित-संरक्षित रखने के लिए प्रावधान किए जाए।
– बाबूदान चारण

स्कूली स्तर की राज्यस्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए सरकार को संसाधन मुहैया करवाने चाहिए।
– रामेश्वरलाल बोरावट
राज्य सरकार को रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए उचित बजट की व्यवस्था करने की जरूरत है।
– पुरेंद्रसिंह भाटी
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