थानाधिकारी विश्रोई ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू की। उन्होंने बताया कि पुलिस ने सबसे पहले मोबाइल नंबरों के आधार पर जांच शुरू की, तो वह सिम पाली जिलांतर्गत सोनाई शिवपुरा निवासी अर्जुनराम मेघवाल के नाम की होना पाया गया। अर्जुनराम से पूछताछ की, तो उसने बताया कि उसके पास ऐसे कोई टेलीफोन नंबर नहीं है तथा किसी व्यक्ति ने फर्जी आईडी बनाकर उसके नाम से सिम ली है। पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए आरटीजीएस स्लीप के आधार पर उस खाते का स्टेटमेंट निकलवाया। इसमें दो लाख रुपए आरटीजीएस करवाए गए थे। यह खाता रजतनगर पाली निवासी सुरेश उर्फ भेडिय़ा पुत्र भंवरलाल घांची का होना पाया गया। उसके खाते का रिकॉर्ड देखने पर उसके केवाईसी फार्म पर भी वही मोबाइल नंबर लिखे हुए थे, जो फर्जी आईडी से उठाए गए थे। जिसका वह लम्बे समय से उपयोग कर रहा था। उन्होंने गत चार दिन पूर्व मुख्य आरक्षक खेतसिंह, अनोपाराम, श्रीराम विश्रोई व मय जाब्ता सुरेश घांची के घर पर दबिश दी, तो जानकारी मिली कि वह अन्य किसी मामले में रतनगढ़ चुरू जेल में है। इस पर पुलिस ने उसे सोमवार को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां उसे गहन पूछताछ के लिए चार दिन तक पुलिस अभिरक्षा में रखने के आदेश दिए गए