बाद में जैसलमेर प्रवास पर आए प्रभारी मंत्री अमराराम चौधरी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। धरने पर पहुंचने वालों में जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष जुगलकिशोर व्यास, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गोविंद भार्गव, प्रदेश कांग्रेस सचिव उम्मेदसिंह तंवर, युवा भाजपा नेता विक्रमसिंह नाचना और भंवरसिंह साधना आदि शामिल थे। सभी ने किसानों को भरोसा दिलाया कि वे इस संघर्ष में उनके साथ हैं।
किसानों के साथ सौतेला व्यवहार मुख्यमंत्री के नाम प्रभारी मंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में सामान्य आवंटन संघर्ष समिति ने अवगत कराया कि उपनिवेशन विभाग के नियमानुसार साल 2015 में रामगढ़ क्षेत्र के करीब 650 भूमिहीन किसानों को गैर आबाद राजस्व ग्राम हांसूवाला तथा कोलूतला में सामान्य आवंटन किया गया था, लेकिन आवंटन के बाद आवंटन अधिकारी पर नियमों की अनदेखी का आरोप लगाते और जांच विचाराधीन होने के बहाने पट्टे जारी नहीं किए जा रहे हैं।
उपायुक्त उपनिवेशन जैसलमेर की ओर से बलीदाद की बस्ती के भूमिहीन किसानों को राजस्व गांव धनाना में भूमि आवंटन कर पट्टे जारी कर दिए गए तथा जिसकी वर्तमान में खातेदारियां भी जारी की जा चुकी है। समिति ने आरोप लगाया कि रामगढ़ क्षेत्र के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। साथ ही चेतावनी दी कि सरकार ने पट्टे जारी नहीं किए तो किसान आंदोलन को तेज करेंगे। धरनास्थल पर किषनगिरि गोस्वामी, समिति के अध्यक्ष झबरसिंह, गोविंदसिंह, वीरसिंह भाटी, सवाईसिंह देवड़ा, मनोहरसिंह नरावत, हमीरसिंह, पुरुषोत्तम सोनी, मदनसिंह, हरिसिंह, प्रतापसिंह आदि सहित बड़ी संख्या में आवंटी मौजूद थे।