scriptJAISALMER NEWS- मिली प्लास्टिक की लोलिपॉप, कागजी विकास ने किसानों को रुलाया | Hoping of 25 thousand farmers in Mohanggarh is getting foggy | Patrika News
जैसलमेर

JAISALMER NEWS- मिली प्लास्टिक की लोलिपॉप, कागजी विकास ने किसानों को रुलाया

मोहनगढ़ में 25 हजार किसानों की उम्मीदें हो रही धूमिल!

जैसलमेरFeb 05, 2018 / 10:49 am

jitendra changani

Jaisalmer patrika

Patrika news

योजनाएं बताने वालों का टोटा, कैसे मिले आधुनिक खेती का ज्ञान?
जैसलमेर/मोहनगढ़. किसानों को आधुनिक खेती का ज्ञान देने के लिए सरहदी जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ में कृषि कार्यालय की स्थापना के दो दशक बाद भी किसानों को आधुनिक कृषि विज्ञान से जोडऩे की योजना सफल नहीं हो पा रही है। हालात यह है कि कार्यालय में जिम्मेदारों के अभाव में किसानों को आर्थिक संबल देने के लिए बनाई गई योजनओं का लाभ मोहनगढ़ क्षेत्र के किसानों को नहीं मिल पा रहा। जिससे यहां के किसानों की आधुनिक खेती की उम्मीदें धूमिल हो रही है।
खेती से जुड़ा है ग्रामीण परिवेश
मोहनगढ़ क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण परपम्परागत रुप से खेती व पशु पालन से जुड़े होने से यह क्षेत्र जिले का सबसे बड़ा कृषि क्षेत्र है। इस क्षेत्र में नहर आने के बाद कृषि विकास ने रफ्तार भी पकड़ी और सरकार ने इस रफ्तार को बढ़ाने के लिए कृषि कार्यालय की स्थापना कर संबल भी दिया, लेकिन कार्यालय में अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति के अभाव में दुर्बल किसान सबल नहीं बन पाए। हालांकि नहरी पानी ने किसानों को सबल जरुर दिया है, लेकिन योजनाओं का ज्ञान नहीं होने से किसान आधुनिक खेती से नहीं जुड़ पानं से यहां के किसानों की आर्थिक स्थिति नहीं सुधर रही।
दो दशक से जिम्मेदारों का इंतजार
जानकारों की माने तो मोहनगढ़ में दो दशक पहले सरकार की अनुशंसा पर जिला विस्तार अधिकारी कृषि सीएडी आईजीएनपी, मोहनगढ की स्थापना कर जिला विस्तार अधिकारी सहित 75 फीसदी पद रिक्त होने से इस कार्यालय से जारी योजनाओं की मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही और ना ही योजनाओं की जानकारी देने वाला कोई है। किसानों का दो दशक से विभागीय कार्यालय में अधिकारियों की नियुक्ति का इंतजार पूरा नहीं हो रहा।
Jaisalmer patrika
IMAGE CREDIT: patrika
नहीं मिलता यह लाभ
जानकारों की माने तो मोहनगढ क्षेत्र में किसानों को सरकारी सुविधाओं के लाभ पहुंचाने, खाद बीज उपलब्ध करवाने, कृषि बीमा योजना के प्रति किसानों को जागरुक करने, कृषि उद्यानिक योजना सहित अन्य खेती संबंधी सुविधाएं उपलब्ध करवाने की योजना का लाभ यहां के किसानों को नहीं मिल पा रहा।
18 हजार मुरब्बें में 25 हजार से अधिक किसान
जानकारी के अनुसार मोहनगढ़ में 18 हजार मुरब्बों का आवंटन है और यहां 25 हजार से अधिक किसान कृषि कार्य कर रहे है। ऐसे में यहां के जीवन के साथ आर्थिक व्यवस्था कृषि कार्य पर निर्भर हो गई है।
फैक्ट फाइल
– 250 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला है मोहनगढ़ का कृषि क्षेत्र
– 18 हजार मुरब्बे आवंटित है कस्बे में।
– 25 हजार से अधिक किसानों का जीवन जुड़ा है कृषि क्षेत्र से।
– 75 फसदी पद रिक्त है जिला विस्तार अधिकारी (कृषि)सीएडी आईजीएनपी कार्यालय में।
250 वर्ग किमी में फैला है नहरी क्षेत्र
मोहनगढ़ का नहरी क्षेत्र ढाई सो वर्ग किमी क्षेत्र में फैला है, जहां कृषि कार्य होता है। ऐसे में यहां कृषि विस्तार की असीम संभावनाएं है। सरकार को यहां स्थापित कार्यालय में पूरा स्टॉफ नियुक्त कर किसानों के लिए सभी योजनाओं के द्वार खोलने चाहिए।
– दिलीपसिंह, जागरुक किसान
नहीं मिलती योजना की जानकारी
नहरी क्षेत्र में कृषि विभाग कार्यालय में अधिकारी नहीं होने से यहां के किसानों को योजनाओं की जानकारी नहीं मिल पा रही। जिससे यहां के किसान आधुनिक खेती से नहीं जुड़ पा रहे।
– आजम खां सांवरा किसान 3 एमजीएम, मोहनगढ़

Home / Jaisalmer / JAISALMER NEWS- मिली प्लास्टिक की लोलिपॉप, कागजी विकास ने किसानों को रुलाया

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो