-जैसलमेर के एसबीके महाविद्यालय को मॉडल कॉलेज का दर्जा मिलने पर कम्पोनेन्ट के तौर पर चार करोड़ रुपए की राशि मिलेगी।
-इस राशि का 35 फीसदी हिस्सा ऑडिटोरियम, सेमीनार हॉल आदि निर्माण पर, इतनी ही राशि से फर्नीचर और भवन नवीनीकरण और जीर्णोद्धार तथा शेष 30 फीसदी राशि सॉफ्टवेयर, उपकरण, सामग्री आदि पर खर्च की जाएगी।
-मॉडल डिग्री कॉलेज में आने वाले दिनों में रोजगार ? आधारित शिक्षा भी प्रारंभ की जा सकती है।यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा स्वरोजगार की ओर बढऩे का मौका मिलेगा।
इस तरफ भी दें ध्यान
एक ओर सरकार जैसलमेर जैसे शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े महाविद्यालय को मॉडल बनाने की दिशा में कदम उठा रही है, वहीं जिले के इस सबसे पुराने महाविद्यालय में उच्चत्तर शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में कोईठोस पहल नहीं की जा रही।महाविद्यालय में वर्ष 1995 में राजनीति विज्ञान मेंस्नातकोत्तर कक्षाओं की शुरुआत की गई थी।उसके बाद से किसी अन्य विषय में यह सुविधा नहीं दी गई जबकि प्रदेश में कई नए महाविद्यालयों में एकाधिक विषयों में स्नातकोत्तर शिक्षा की व्यवस्था है।जिले के जनप्रतिनिधि इस मामले में प्राय: सुप्त ही रहे हैं।वर्तमान में यहां करीब 1300 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं तथा कला, विज्ञान और वाणिज्य के तीन संकायों मेंस्नातक शिक्षा की सुविधा उपलब्ध है।हालांकि महाविद्यालय में व्याख्याताओं के करीब 60 फीसदी पद रिक्त हैं।यहां 24 व्याख्याताओं के पदों के विरुद्ध केवल 10 ही कार्यरत हैं।
इस तरफ भी दें ध्यान
एक ओर सरकार जैसलमेर जैसे शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े महाविद्यालय को मॉडल बनाने की दिशा में कदम उठा रही है, वहीं जिले के इस सबसे पुराने महाविद्यालय में उच्चत्तर शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में कोईठोस पहल नहीं की जा रही।महाविद्यालय में वर्ष 1995 में राजनीति विज्ञान मेंस्नातकोत्तर कक्षाओं की शुरुआत की गई थी।उसके बाद से किसी अन्य विषय में यह सुविधा नहीं दी गई जबकि प्रदेश में कई नए महाविद्यालयों में एकाधिक विषयों में स्नातकोत्तर शिक्षा की व्यवस्था है।जिले के जनप्रतिनिधि इस मामले में प्राय: सुप्त ही रहे हैं।वर्तमान में यहां करीब 1300 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं तथा कला, विज्ञान और वाणिज्य के तीन संकायों मेंस्नातक शिक्षा की सुविधा उपलब्ध है।हालांकि महाविद्यालय में व्याख्याताओं के करीब 60 फीसदी पद रिक्त हैं।यहां 24 व्याख्याताओं के पदों के विरुद्ध केवल 10 ही कार्यरत हैं।
फैक्ट फाइल –
-03 राजकीय महाविद्यालय जैसलमेर जिले में
-1300 विद्यार्थी एसबीके कॉलेज में अध्ययनरत
-60 प्रतिशत व्याख्याताओं के पद रिक्त विकास को मिलेगी गति
एसबीके महाविद्यालय को मॉडल कॉलेज का दर्जा मिलने से इसके विकास में और तेजी आएगी।वर्तमान में यहां एक स्मार्ट क्लास रूम पूरी तरह से तैयार है और एक अन्य क्लास रूम बनाने की योजना है।
-डॉ. जेके पुरोहित, प्रधानाचार्य, एसबीके महाविद्यालय, जैसलमेर
-03 राजकीय महाविद्यालय जैसलमेर जिले में
-1300 विद्यार्थी एसबीके कॉलेज में अध्ययनरत
-60 प्रतिशत व्याख्याताओं के पद रिक्त विकास को मिलेगी गति
एसबीके महाविद्यालय को मॉडल कॉलेज का दर्जा मिलने से इसके विकास में और तेजी आएगी।वर्तमान में यहां एक स्मार्ट क्लास रूम पूरी तरह से तैयार है और एक अन्य क्लास रूम बनाने की योजना है।
-डॉ. जेके पुरोहित, प्रधानाचार्य, एसबीके महाविद्यालय, जैसलमेर