scriptअगर ऐसा हुआ तो राजस्थान का यह सरहदी कॉलेज बनेगा मॉडल, रेगिस्तानी युवा जुडेंगे शिक्षा के इस नए जीवन से | If this happens then this border college of Rajasthan will be a model. | Patrika News
जैसलमेर

अगर ऐसा हुआ तो राजस्थान का यह सरहदी कॉलेज बनेगा मॉडल, रेगिस्तानी युवा जुडेंगे शिक्षा के इस नए जीवन से

एसबीके कॉलेज बनेगा मॉडल, तकनीकी सुविधाओं से होगा लैस

जैसलमेरMar 30, 2018 / 05:38 pm

jitendra changani

Jaisalmer patrika

Govt college

-मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भिजवाए गए हैं प्रस्ताव
-राज्य के चुनिंदा पांच कॉलेजों में शामिल
– रोजगारपरक शिक्षा के खुलेंगे द्वार
जैसलमेर. सीमावर्ती जैसलमेर का राजकीय एसबीके स्नातकोत्तर महाविद्यालय आने वाले समय में मॉडल कॉलेज के तौर पर पहचाना जाएगा। प्रदेश के महज पांच जिलों के इतने ही कॉलेजों को मॉडल कॉलेज का दर्जा दिलाने के लिए प्रस्ताव भिजवाए गए हैं। इन जिलों में जैसलमेर के अलावा सिरोही, बारां, धौलपुर और करौली शामिल हैं। कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय की ओर से इस संबंध में मांगे गए प्रस्ताव एसबीके कॉलेज जैसलमेर की ओर से भिजवा दिए गए हैं। ये प्रस्ताव केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से मंजूर कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। मॉडल कॉलेज बनने पर एसबीके महाविद्यालय के विकास को पंख लगने की संभावनाएं जताई जा रही हैं क्योंकि इसके अंतर्गत महाविद्यालय को चार करोड़ रुपए की राशि मिलेगी, जिससे यहां आवश्यक निर्माण कार्य तथा शिक्षण की आधुनिक तकनीकी की सुविधा विद्यार्थियों को मिल सकेगी।
मूल्यांकित कॉलेजों से ही मांगे प्रस्ताव
जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान (रूसा) की ओर से प्रदेश के पिछड़े जिलों के मूल्यांकित कॉलेजों से मॉडल कॉलेज के लिए प्रस्ताव पिछले माह मांगे गए थे।जिस पर एसबीके प्रशासन ने मांगे गए प्रस्ताव भिजवा दिए। गौरतलब है कि एसबीके महाविद्यालय पूरे पश्चिमी राजस्थान का एकमात्र कॉलेज है, जिसे नैक की ओर से डबल प्लस श्रेणी दी गई है।जानकारी के अनुसार मॉडल कॉलेजों में ई-लर्निंग और आधुनिक तकनीकी पर जोर दिया जाएगा।साथ ही आने वाले समय में संबंधित महाविद्यालयों में युवा विद्यार्थियों को स्वरोजगार से जोडऩे के संबंध में भी कई कदम उठाए जाने हैं।
Jaisalmer patrika
IMAGE CREDIT: Patrika
ऐसे खर्च की जाएगी राशि
-जैसलमेर के एसबीके महाविद्यालय को मॉडल कॉलेज का दर्जा मिलने पर कम्पोनेन्ट के तौर पर चार करोड़ रुपए की राशि मिलेगी।
-इस राशि का 35 फीसदी हिस्सा ऑडिटोरियम, सेमीनार हॉल आदि निर्माण पर, इतनी ही राशि से फर्नीचर और भवन नवीनीकरण और जीर्णोद्धार तथा शेष 30 फीसदी राशि सॉफ्टवेयर, उपकरण, सामग्री आदि पर खर्च की जाएगी।
-मॉडल डिग्री कॉलेज में आने वाले दिनों में रोजगार ? आधारित शिक्षा भी प्रारंभ की जा सकती है।यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा स्वरोजगार की ओर बढऩे का मौका मिलेगा।
इस तरफ भी दें ध्यान
एक ओर सरकार जैसलमेर जैसे शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े महाविद्यालय को मॉडल बनाने की दिशा में कदम उठा रही है, वहीं जिले के इस सबसे पुराने महाविद्यालय में उच्चत्तर शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में कोईठोस पहल नहीं की जा रही।महाविद्यालय में वर्ष 1995 में राजनीति विज्ञान मेंस्नातकोत्तर कक्षाओं की शुरुआत की गई थी।उसके बाद से किसी अन्य विषय में यह सुविधा नहीं दी गई जबकि प्रदेश में कई नए महाविद्यालयों में एकाधिक विषयों में स्नातकोत्तर शिक्षा की व्यवस्था है।जिले के जनप्रतिनिधि इस मामले में प्राय: सुप्त ही रहे हैं।वर्तमान में यहां करीब 1300 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं तथा कला, विज्ञान और वाणिज्य के तीन संकायों मेंस्नातक शिक्षा की सुविधा उपलब्ध है।हालांकि महाविद्यालय में व्याख्याताओं के करीब 60 फीसदी पद रिक्त हैं।यहां 24 व्याख्याताओं के पदों के विरुद्ध केवल 10 ही कार्यरत हैं।
फैक्ट फाइल –
-03 राजकीय महाविद्यालय जैसलमेर जिले में
-1300 विद्यार्थी एसबीके कॉलेज में अध्ययनरत
-60 प्रतिशत व्याख्याताओं के पद रिक्त

विकास को मिलेगी गति
एसबीके महाविद्यालय को मॉडल कॉलेज का दर्जा मिलने से इसके विकास में और तेजी आएगी।वर्तमान में यहां एक स्मार्ट क्लास रूम पूरी तरह से तैयार है और एक अन्य क्लास रूम बनाने की योजना है।
-डॉ. जेके पुरोहित, प्रधानाचार्य, एसबीके महाविद्यालय, जैसलमेर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो