अन्विता का आरोप है कि 2014 में प्रकाशित हुई उनकी किताब ‘ऑड्स एंड एंड्स’ एक शॉर्ट स्टोरी है और चेतन की नॉवेल वन इंडियन गर्ल जो 2016 में छपी थी, की कहानी उनसे बिल्कुल मिलती-जुलती है। अन्विता के इस आरोप के बाद बेंगलूरु सिटी सिविल और सेशंस कोर्ट ने लेखिका और शोधकर्ता अन्विता बाजपेई की याचिकी पर चेतन भगत की नॉवेल की बिक्री पर रोक लगा दी हैै।
आपको बता दें कि दोनों ही लेखर आईआईटी और आईआईएम के भूतपूर्व छात्र है। चोतन भगत ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “मेरी कहानियां बिलकुल मौलिक होती हैं। वन इंडियन गर्ल भी बिलकुल ओरिजिनल है। ये सोचना भी कल्पना से परे है कि मैं ऐसा कुछ कर सकता हूं।” चेतन भगत ने अपने फेससुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए यह भी कहा, “मेरा अपने पाठकों के साथ भरोसे का रिश्ता है। उसके साथ मैं कभी समझौता नहीं कर सकता।”
लेकिन कोर्ट ने बाजपेई की याचिका में दम है और वन इंडियन गर्ल की बिक्री पर अस्थाई रुप से रोक नहीं लगाई गई तो बाद में अन्विता को ऐसा नुकसान भी हो सकता है जिसकी भरपाई ना हो। कोर्ट की अगली सुनवाई 1 जून को होगी। वाजपयी का कहना है कि उन्होंनें फरवरी में चेतन भगत से किताब के प्रकाशन पर रोक लगाने और क्षतिपूर्ति के तौर पर 5 लाख रुपये की मांग की थी लेकिन चेतन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने पर उन्हें कोर्ट की ओर रुख करना पड़ा।
चेतन भगत ने इन सभी आरोपों से इंकार किया है और साहित्यिक चोरी की बात को बेबुनियाद बताया है। फिलहाल जल्द ही चेतन भगत की नॉवेल पर आधारित फिल्म ‘हाफ गर्लफ्रैंड’ रिलीज होने वाली है, जिसमें श्रद्धा कपूर और अर्जुन कपूर मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे।