पाकिस्तान की ओर से टिड्डी दलों की आवक, सरहद से लेकर खेतों तक रखी जा रही निगरानी
जैसलमेर. अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्र जैसलमेर जिले में टिड्डी नियंत्रण की दृष्टि से व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। हाल के वर्षों में पाकिस्तान की ओर से टिड्डी दलों के आगमन का दौर बढ़ा है और इसके चलते अब बीएसएफ एवं जिला प्रशासन के सतर्क सूचना तंत्र की बदौलत टिड्डी नियंत्रण अभियान को अपेक्षाकृत अधिक सफलता प्राप्त हो रही है।
पाकिस्तान की ओर से टिड्डी दलों की आवक, सरहद से लेकर खेतों तक रखी जा रही निगरानी
जैसलमेर. अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्र जैसलमेर जिले में टिड्डी नियंत्रण की दृष्टि से व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। हाल के वर्षों में पाकिस्तान की ओर से टिड्डी दलों के आगमन का दौर बढ़ा है और इसके चलते अब बीएसएफ एवं जिला प्रशासन के सतर्क सूचना तंत्र की बदौलत टिड्डी नियंत्रण अभियान को अपेक्षाकृत अधिक सफलता प्राप्त हो रही है। इस वर्ष जैसलमेर जिले में पाक सीमा पार से टिड्डी दलों का आगमन हुआ। सबसे पहले सीमा पर तनोट, बबलियान आदि क्षेत्रों में अप्रेल के दूसरे सप्ताह में हॉपर्स देखे गए जिनका समय रहते नियंत्रण कर लिया गया, लेकिन इसके उपरान्त 30 अप्रेल से आंशिक क्षेत्रों में वयस्क टिड्डी दलों का विभिन्न स्थानों पर छितराई हुई अवस्था में प्रकोप देखा गया। इनका नियंत्रण टिड्डी नियंत्रण विभाग की टीमों ने किया। टिड्डी नियंत्रण विभाग की ओर से जिले के विभिन्न तहसील क्षेत्रों में कुल 34 स्थानों पर कुल 4029 हैक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण का कार्य किया गया। कई दिनों के बाद शुक्रवार को फिर टिड्डियों के आगमन की सूचना पाने के उपरान्त जैसलमेर जिला मुख्यालय पर पुलिस लाइन तथा समीपवर्ती जेठवाई गांव में 285 हैक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण कार्य को अंजाम दिया गया।
दमकल से दमकल नियंत्रण की कवायद!
खास बात यह रही कि जेठवाई क्षेत्र में तीन फायर ब्रिगेड़ का प्रयोग इस कार्य में किया गया। अग्निशमन वाहनों में कीटनाशक रसायन भर इन इनके माध्यम से व्यापक स्तर पर स्प्रे से टिड्डी नियंत्रण का कार्य अधिक आसान रहा। इनके अलावा तीन ट्रैक्टर एवं पांच टिड्डी नियंत्रण वाहनों से टिड्डी दल का नियंत्रण किया गया। जिम्मेदारों का दावा है कि टिड्डी प्रभावित गांवों में मेहराजोत, पाबुपाडिया, म्याजलार, कुछड़ी, आसुतार, जैसुराणा, जेठवाई, इन्दिरा गांधी नहर परियोजना क्षेत्र में 137, 140 व173 आरडी तथा जैसलमेर शहरी क्षेत्र शामिल है जिनमें नियंत्रण कार्य किया गया।
सार्थक प्रयासों के साथ पैनी नजऱ
टिड्डी नियंत्रण की दृष्टि से जिला प्रशासन की ओर से व्यापक स्तर पर ऐहतियाती उपाय सुनिश्चित किए गए हैं। इसके साथ ही टिड्डी आगमन से संबंधित त्वरित सूचना प्राप्ति के लिए सभी प्रकार के स्रोतों को सक्रिय किया जा चुका है। जिले में ग्रामीणों और किसानों की सहभागिता की वजह से टिड्डी नियंत्रण के प्रयासों को सम्बल प्राप्त हुआ है। जिले के किसानों की भागीदारी के लिए सर्वत्र व्यापक सराहना भी हुई है।
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