केन्द्रीय मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे आंकड़ों से ऊपर उठ कर धरातल पर विभिन्न क्षेत्रों में किस प्रकार से विकास किया जाए, इस हिसाब से रोडमैप एवं कार्य योजना तैयार करें। शेखावत ने बैठक में बताया कि नीति आयोग की ओर से स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं संबद्ध, वित्तीय समावेशन और कौशल विकास, आधारभूत संरचना के संबंध में जो अंक निर्धारित किए गए है उसी पैरामीटर अनुरूप इन क्षेत्रों में विकास को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना को तैयार करें।
निष्पक्ष सर्वे करवाएं
शेखावत ने जिला कलक्टर से कहा कि विभिन्न क्षेत्रों की वास्तविक स्थितियों का पता लगाने के लिए थर्ड पार्टी सर्वे करवाया जाए और उनसे विशेष तौर पर कहा जाए कि, वे अपना काम ईमानदारी से करें।विभागीय अधिकारियों से पूछकर ही रिपोर्ट नहीं बनाएं।मंत्री ने कहा कि, थर्ड पार्टी के सर्वे को भी जिला प्रशासन क्रॉस चैक करवाए। शेखावत ने पेयजल के संबंध में नीति आयोग द्वारा जो इन्डीगेटर निर्धारित किया गया है उसी अनुरूप पेयजल आपूर्ति का पूरा रोडमैप एक माह में तैयार कराने पर जोर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री सडक योजना में भी जिले में जनसंख्या के मापदण्ड में रियायत के प्रस्ताव भेजने की भी बात कही।
पांच इंडीगेटर तय किए
संयुक्त सचिव एवं विजन-2022 के जिला प्रभारी सुधांश पंत ने बताया कि जिलों के विकास के लिए 5 इन्डीगेटर स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं संबद्ध, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास, आधारभूत संरचना के लिए अलग-अलग अंक निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन विभिन्न क्षेत्रों में 31 मार्च तक वास्तविक कार्य योजना को तैयार करें एवं इन क्षेत्रों में किस प्रकार से विकास किया जा सकें उन सभी तथ्यों एवं समस्याओं को भी इसमें सम्मिलित करें। विजन-2022 के तहत 1 अप्रैल से प्रभावी मॉनेटरिंग शुरू हो जाएगी एवं हर दिन पोर्टल पर इसकी ऑनलाईन रेटिंग की भी समीक्षा होगी। जिला कलक्टर कैलाशचन्द मीना ने विजन-2022 के संबंध में तैयार की गई कार्य योजना की जानकारी दी। मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुराग भार्गव ने विजन-2022 के संबंध में तैयार की गई रिपोर्ट को पेश किया।