इस दौरान किसानों ने मांगें रखी कि धरना-प्रदर्शन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज किए मुकदमें वापस लिए जाएं, सिंचाई के लिए पूरा पानी दिया जाए, जलउपभोक्ता संगम की कार्यकारिणी को पूरे अधिकार दिए जाएं, अधिकार नहीं देने की स्थिति में उनके इस्तीफे स्वीकार किए जाएं। इस पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों श्रे सकारात्म आश्वासन दिया।
चार दिन बाद मिलेगा पूरा पानी
जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मिलकर कार्रवाई की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री ने नहर सचिव को सिंचाई पानी उपलब्ध करवाने को कहा। सांसद सोनाराम ने किसानों को फोन पर बताया कि मुख्यमंत्री से वार्ता हुई है। उन्होंने हमारे हिस्से का पूरा पानी दिलाने का आश्वासन दिया है। पूर्व विधायक के आश्वासन के बाद जिला किसान संघर्ष समिति के संयोजक प्रेमसिंह परिहार ने महापड़ाव स्थगित करने की घोषणा की।
शनिवार को किसानों के उग्र प्रदर्शन की तैयारी को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जीरो आरडी स्थित नहर के हेड पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। इस दौरान सैंकड़ों किसान मौजूद रहे। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य अभियंता विनोद चौधरी, सीआई महेन्द्रसिंह खींची, अचलाराम जाट, मनोहरसिंह नरावत, साभान खां सांवरा, सरपंच दोस्त अली सांवरा, पूर्व सरपंच भीमाराम कड़ेला, पूर्व सरपंच हासम खां सांवरा, हुकम चौधरी, टीकूराम चौधरी पूर्व प्रधान, जिए खां, लालाराम चौधरी, कमलसिंह नरावत, अंतर खां सांवरा, हरिराम कड़वासरा सहित अन्य किसान उपस्थित रहे।