जैसलमेर

मरु प्रदेश पर कुपित हुए नागराज, नहरी क्षेत्र में बढ़ रही सर्पदंश की घटनाएं

-बदले मौसम में बढ़े स्वच्छंद विचरण से खतरा-गत ढाई साल में 153 जनों को सांप ने डसा

जैसलमेरJun 23, 2021 / 09:41 am

Deepak Vyas

मरु प्रदेश पर कुपित हुए नागराज, नहरी क्षेत्र में बढ़ रही सर्पदंश की घटनाएं

मोहनगढ़(जैसलमेर). गर्मी के मौसम में रेतीले इलाकों में सर्पों का स्वच्छंद विचरण शुरू हो गया है, वहीं नहरी क्षेत्र में सर्प दंश की घटनाओं में भी इजाफा हो रहा है। मोहनगढ़ क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आए दिन सर्प दंश के मरीज पहुंच रहे है। गर्मी एवं बारिश के मौसम में सर्प दंश, बिच्छू के काटने की घटनाएं अधिक होने लगती है। आंकड़े बताते हैं कि सरहदी जिले के मोहनगढ़ क्षेत्र में गत ढाई वर्ष में 153 जनों को सांप ने डसा था। जिनका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों ने उपचार किया गया।
खेत में कार्य करते व एवड़ चराने के दौरान हादसा
मोहनगढ़ क्षेत्र में सर्पदंश की घटनाएं दिनों दिन बढ़ रही है। अधिकांश घटनाएं खेत में कार्य करने के दौरान हो रही है। खेतों में फसलों को पानी पिलाने के दौरान घटित हो रही है। सांप के बिलों में पानी घुसने पर सांप बाहर निकल आते है। रात्रि के अंधेरे में किसानों या ग्रामीणों के पैर सांप पर आने पर सांप की ओर से डसा जा रहा है। इसके अलावा फसलों की कटाई के दौरान फसलों व काटी गई फसलों में सर्प घुस जाते हैं। जब काटी हुई फसलों को उठाया जाता है, तब सर्प डस लेते हैं। रात्रि के अंधेरे में भी खेत में कार्य करने या पैदल आवाजाही के दौरान सांप, बिच्छु आदि काट लेते है। इस क्षेत्र में खेती के साथ साथ पशुपालन का व्यवसाय भी है। गाय, भेड़, बकरियों आदि को जंगल में चराने जाने के दौरान चरावाहों को सांप डस लेते है। उपचार के लिए मोहनगढ़ के अस्पताल लाया जाता है।
यह है हकीकत
क्षेत्र में गर्मी एवं बरसात के मौसम में सर्प दंश की घटनाओं में इजाफा हो रहा है। सर्दी में भी सांप के डसने की घटनाएं देखने को मिलती है, लेकिन गर्मी एवं बारिश के मौसम में यह अधिक देखने को मिल रही है। गत ढाई वर्ष में 153 जनों को सांप ने डसा है। वर्ष 2019 में 54, वर्ष 2020 में 74 और 13 जून 2021 तक 25 जनों को सांप ने डसा। सर्पदंश के सभी मरीजों का उपचार किया गया है और कोई जनहानि सामने नहीं आई है।
सांप से बचना है तो सावधानी जरूरी
-क्षेत्र में बढ़ रही सर्पदंष की घटनाओं में कमी लाने के लिए ग्रामीणों, किसानों, चरवाहों आदि को सावधानियां बरतने की जरूरत है।
-रात्रि के समय नंगे पैर घर से बाहर नहीं निकलें। इस दौरान जूते पहने रखे। रात्रि में तेज रोशनी की टॉर्च का उपयोग भी करें।
-नमी वाले स्थानों पर सांप अधिक पाए जाते है, वहां पर जाने से बचने आदि की सलाह दी जाती है।
एक्सपर्ट व्यू
इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधिकारी डॉ.केआर पंवार का कहना है कि सर्प के डसने पर मरीज को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। सांप के काटने पर सीधे अस्पताल पहुंचें। किसी प्रकार का झाड़ फूंक नहीं करवाएं। सांप के डसने के स्थान चीरा नहीं लगाने व उस स्थान पर डोरी व रस्सी से कसकर नहीं बांधना चाहिए। कसकर बांधने से गेंग्रेन भी हो सकता है। सर्पदंश के मरीजों को अस्पताल में एएसवी इंजेक्षन मुक्त में दिए जाने की व्यवस्था है। यह इंजेक्शन सूजन नहीं उतरने तथा रक्त का बहना नहीं रुकने तक लगाए जाते है।

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