छोड़, देवीकोट एवं सांकड़ा गांवों में प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन
जैसलमेर. कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति 2019, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना, राजीव गांधी कृषक साथी योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए जिले के छोड़, देवीकोट एवं सांकड़ा गांवों में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। मंडी सचिव राकेश सिंगारिया ने बताया कि कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति 2019 के तहत कृषि प्रसंस्करण उद्योगों एवं आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए कृषक एवं उनके संगठनों को परियोजना लागत का 50 प्रतिशत व उद्यमी वर्ग को 25 प्रतिशत का अनुदान देय है। इसके अतिरिक्त इस योजना में परिवहन, ब्याज, विद्युत प्रभार, सौर ऊर्जा एवं मंडी शुल्क आदि में भी विभिन्न अनुदान देय है। लीड बैक प्रबंधक सीएस गर्ग ने बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत उद्योगों के विस्तारीकरण या कैर सांगरी के प्रस्संकरण के लिए नए उद्योग लगाने पर 35 प्रतिशत (अधिकतम 10 लाख रुपए तक) अनुदान मिलेगा योजना का लाभ लिया जा सकता है। यह इकाई शहरी व ग्रामीण क्षेत्र कहीं भी लगाई जा सकेगी। इसके अतिरिक्त यदि कोई व्यक्ति पूर्व में चल रहें प्लांट को भी मॉडिफाइड करना चाहता है तो वह योजना का लाभ ले सकेगा। मंडी सचिव ने राजीव गांधी कृषक साथी योजना के बारे में विस्तृत जानकरी देते हुए बताया कि किसानों एवं खेतीहार मजदूरों के द्वारा कृषि कार्य करते समय अथवा विपणन के लिए मंडी आते अथवा जाते समय होने वाली दुर्घटना में अंग-भंग अथवा मृत्यु होने पर नियमानुसार अलग-अलग राशि का वितरण किया जाता है। सचिव सिंगारिया ने बताया कि केन्द्र सरकार की योजना राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) के अंतर्गत सम्पूर्ण देश में मौजूद कृषि उत्पाद विपणन समितियों को एक नेटवर्क में जोड़कर किसानों के लिए अपनी उपज का उचित मूल्य पर विक्रय करने की सुविधा दी जा रही है। इसमें गुणवत्ता एवं तय मानको के उत्पादों के लिए एक ही जगह पर बोली लगा सकेंगे।