वाहन चालकों के लिए सिरदर्द बनी रेत की चादर
जैसलमेर .ग्रामीण क्षेत्रों में आंधी चलने से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया। पांच दिनों से चल रही तेज आंधियों के कारण लोगों को और वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। ग्रामीण क्षेत्रों की सडक़ों पर रेत के ढेर जमने लगे हैं। जानकारी के मुताबिक बडोड़ा गांव से होकर अभयनगर के रास्ते जैसलमेर की तरफ जाने वाला सडक़ मार्ग एकदम से बंद हो गया है। अभयनगर से ग्रेफ रोड के बीच रेत के टीले बन गए। ग्रामीण श्यामसिंह भाटी ने बताया कि यदि जैसलमेर जाना हो तो अभयनगर से बडोड़ा गांव से भागू का फांटा होकर जैसलमेर जाने में काफी समय बर्बाद हो जाता है। यहां से मोटर साइकिल भी बड़ी मुश्किल से निकलती है। ग्रामीण अंचलों में चल रही आंधी से कच्चे मार्गो पर रेत जमने से रास्ते में दुपहिया और अन्य वाहनों का चलना दूभर हो गया है। कई जगह रेत जमने से वाहन भी रेत में धंसने लगे हैं। आशायच गांव से जैसलमेर की तरफ जाने वाली सडक़ मार्ग पर रेत हटा दी गई । अभयनगर से ग्रेफ रोड के रास्ते पर रेत के टीले बन गए, जिससे वाहन चालकों को अन्य रास्तों से गुजरना पड़ रहा है ।
जैसलमेर .ग्रामीण क्षेत्रों में आंधी चलने से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया। पांच दिनों से चल रही तेज आंधियों के कारण लोगों को और वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। ग्रामीण क्षेत्रों की सडक़ों पर रेत के ढेर जमने लगे हैं। जानकारी के मुताबिक बडोड़ा गांव से होकर अभयनगर के रास्ते जैसलमेर की तरफ जाने वाला सडक़ मार्ग एकदम से बंद हो गया है। अभयनगर से ग्रेफ रोड के बीच रेत के टीले बन गए। ग्रामीण श्यामसिंह भाटी ने बताया कि यदि जैसलमेर जाना हो तो अभयनगर से बडोड़ा गांव से भागू का फांटा होकर जैसलमेर जाने में काफी समय बर्बाद हो जाता है। यहां से मोटर साइकिल भी बड़ी मुश्किल से निकलती है। ग्रामीण अंचलों में चल रही आंधी से कच्चे मार्गो पर रेत जमने से रास्ते में दुपहिया और अन्य वाहनों का चलना दूभर हो गया है। कई जगह रेत जमने से वाहन भी रेत में धंसने लगे हैं। आशायच गांव से जैसलमेर की तरफ जाने वाली सडक़ मार्ग पर रेत हटा दी गई । अभयनगर से ग्रेफ रोड के रास्ते पर रेत के टीले बन गए, जिससे वाहन चालकों को अन्य रास्तों से गुजरना पड़ रहा है ।