कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बागी कांग्रेस नेता सचिन पायलट और उनके समर्थित विधायकों को दो टूक कहते हुए पार्टी में वापसी की एकमात्र शर्त लगाई है। उन्होंने पायलट कैम्प को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि उनकी कांग्रेस में वापसी तभी हो पाएगी जब वह भाजपा की मनोहर लाल खट्टर सरकार की आवभगत छोड़कर उनके सुरक्षा चक्र से वापस लौटकर बातचीत करें।
सुरजेवाला ने जैसलमेर में एक प्रेस कांफ्रेंस में सचिन पायलट की घर वापसी के सवाल पर कहा कि हमारी सबसे पहली शर्त हैं कि भाजपा की मेहमानबाजी और आवभगत छोड़कर और हमसे बात करे, तभी उनकी वापसी हो पाएगी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में आये दिन हत्यायें हो रही हैं, सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं, गुरुग्राम में सरेआम लोगों को पीटा जा रहा हैं। उनके पास पुलिस उपलब्ध नहीं हैं लेकिन राजस्थान के 19 नाराज़ कांग्रेस विधायकों की सुरक्षा के लिए एक हजार से भी ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किये गए हैं। ये सही नहीं है।
‘धनबल-बाहुबल के ज़रिये रचा जा रहा षड़यंत्र’
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने केंद्र सरकार पर राजस्थान सरकार गिराने का आरोप दोहराते हुए कहा कि वह राजस्थान की आठ करोड़ जनता द्वारा चुनी गई लोकतांत्रिक सरकार को धनबल एवं बाहुबल के जरिये षडय़ंत्र करके गिराने में लगी हुई हैं। भाजपा के पिछलगू नेता जिनपर राजस्थान में मुकदमे दर्ज हैं, इस षडयंत्र को पूरा करने में लगे हुए हैं लेकिन राजस्थान के स्वाभिमान को दिल्ली में बैठी सरकार किसी सूरत में हरा नहीं पायेगी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने केंद्र सरकार पर राजस्थान सरकार गिराने का आरोप दोहराते हुए कहा कि वह राजस्थान की आठ करोड़ जनता द्वारा चुनी गई लोकतांत्रिक सरकार को धनबल एवं बाहुबल के जरिये षडय़ंत्र करके गिराने में लगी हुई हैं। भाजपा के पिछलगू नेता जिनपर राजस्थान में मुकदमे दर्ज हैं, इस षडयंत्र को पूरा करने में लगे हुए हैं लेकिन राजस्थान के स्वाभिमान को दिल्ली में बैठी सरकार किसी सूरत में हरा नहीं पायेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा की इस षडयंत्रकारी नीतियों को हम कभी सफल नही होने देंगे। भाजपा में खुद में बौखलाहट साफ नजर आ रही हैं। उनका भानुमती का कुनबा चरमराकर आये दिन गिर रहा हैं।
‘राजनीति का धर्म होना चाहिए, धर्म की राजनीति नहीं’
सुरजेवाला ने राम मन्दिर के शिलान्यास के अवसर पर भाजपा के नेता लालकृष्ण आडवाणी को नहीं बुलाने के संबंध में कहा कि वह इसपर कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं करना चाहते। भाजपा भगवान श्रीराम और सीतामाता के आर्दशों की व्याख्या कर रही हैं, लेकिन जिस तरह वह व्यक्ति विशेष पर छींटाकशी की जा रही हैं, इस संबंध में वे खुद जाने लेकिन कहना चाहेंगे कि राजनीति का धर्म होना चाहिए, धर्म की राजनीति नहीं, यही राम की मर्यादा हैं।
सुरजेवाला ने राम मन्दिर के शिलान्यास के अवसर पर भाजपा के नेता लालकृष्ण आडवाणी को नहीं बुलाने के संबंध में कहा कि वह इसपर कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं करना चाहते। भाजपा भगवान श्रीराम और सीतामाता के आर्दशों की व्याख्या कर रही हैं, लेकिन जिस तरह वह व्यक्ति विशेष पर छींटाकशी की जा रही हैं, इस संबंध में वे खुद जाने लेकिन कहना चाहेंगे कि राजनीति का धर्म होना चाहिए, धर्म की राजनीति नहीं, यही राम की मर्यादा हैं।
‘नितीश कुमार को संविधान पढना चाहिए’
सुशांत सिंह की आत्महत्या के संबंध में उन्होने कहा कि महाराष्ट्र में सुशांत सिंह की मौत मामले में मुकदमा दर्ज है और महाराष्ट्र सरकार सुशांत सिंह की मौत की पूरी सटीक एवं निष्पक्ष जांच कर रही हैं। संविधान के अनुसार प्रदेश में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार की होती हैं। इस संबंध में बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार को संविधान पढऩा चाहिए, उन्होंने जबरन अधिकारी भेजकर दखलांदजी की है जो वह नहीं कर सकती, यह उचित नहीं हैं। जब एक राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में जाकर दखलअंदाजी करेगी तो अराजकता फैल जायेगी।
सुशांत सिंह की आत्महत्या के संबंध में उन्होने कहा कि महाराष्ट्र में सुशांत सिंह की मौत मामले में मुकदमा दर्ज है और महाराष्ट्र सरकार सुशांत सिंह की मौत की पूरी सटीक एवं निष्पक्ष जांच कर रही हैं। संविधान के अनुसार प्रदेश में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार की होती हैं। इस संबंध में बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार को संविधान पढऩा चाहिए, उन्होंने जबरन अधिकारी भेजकर दखलांदजी की है जो वह नहीं कर सकती, यह उचित नहीं हैं। जब एक राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में जाकर दखलअंदाजी करेगी तो अराजकता फैल जायेगी।
‘हरियाणा सरकार नहीं कर रही सहयोग’
उन्होंने कहा कि हमारे राजस्थान सरकार की एसओजी हरियाणा में जांच के लिए गई तो हमने हरियाणा पुलिस से संपर्क किया और उनसे सहयोग मांगा। यह अलग बात हैं कि आज भी वहां पर भाजपा की हरयिाणा सरकार दुर्भावना से 19 विधाअयो को रखे हुए है। गैर कानूनी तरीके से राजस्थान की एसओजी टीम को बार-बार रोका जा रहा है और उनसे बात नहीं करने दी गई।
उन्होंने कहा कि हमारे राजस्थान सरकार की एसओजी हरियाणा में जांच के लिए गई तो हमने हरियाणा पुलिस से संपर्क किया और उनसे सहयोग मांगा। यह अलग बात हैं कि आज भी वहां पर भाजपा की हरयिाणा सरकार दुर्भावना से 19 विधाअयो को रखे हुए है। गैर कानूनी तरीके से राजस्थान की एसओजी टीम को बार-बार रोका जा रहा है और उनसे बात नहीं करने दी गई।