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जैसलमेर

विधायकों की नाराजगी स्वाभाविक, मैंने उन्हें समझाया: गहलोत

-दोगुने जोश से अब करेंगे काम-पायलट से जुड़ा सवाल टाल गए मुख्यमंत्री

जैसलमेरAug 13, 2020 / 10:23 am

Deepak Vyas

विधायकों की नाराजगी स्वाभाविक, मैंने उन्हें समझाया: गहलोत

विधायकों की नाराजगी स्वाभाविक, मैंने उन्हें समझाया: गहलोत

जैसलमेर. राजस्थान का सत्ता संग्राम अब समाप्त प्राय: है। इसका सुकून मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चेहरे पर बुधवार को देखा गया। जब वे जैसलमेर से जोधपुर के लिए रवाना हुए। इस मौके पर होटल से निकलने पर मीडिया से बातचीत में गहलोत ने बागी गुट के वापिस कांग्रेस में आने के बाद उनके समर्थक विधायकों में बने हालात पर स्वीकार किया कि उनमें नाराजगी है। गहलोत ने इसे स्वाभाविक बताया। विधायकों की नाराजगी को हमने दूर करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा जिस रूप में ये एपिसोड हुआ, उन्हें एक महीना होटलों में बंद रहना पड़ा, उससे नाराजगी होना स्वाभाविक था। उन्हें समझाया गया है कि देश और प्रदेश और प्रदेशवासियों तथा लोकतंत्र को बचाने के लिए कई बार हमें सहन करना पड़ता है। हम सब आपस में मिलकर काम करेंगे। जो साथी चले गए थे वे भी वापस आ गए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि सब गिले.शिकवे दूर कर मिलकर प्रदेश की सेवा करने का संकल्प पूरा करेंगे। पत्रकारों ने जब सचिन पायलट से जुड़ा सवाल किया तो मुख्यमंत्री टाल गए और काफिले को आगे बढ़ा दिया।
भूलो, माफ करो….आगे बढ़ो
मुख्यमंत्री ने इस प्रकरण को शाह की मात या लोटस को फेल करने के संबंध में किए सवाल के जवाब में कहा कि आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो। देश के हित मेंए प्रदेश के हित में, प्रदेशवासियों के हित में और लोकतंत्र के हित में। उन्होंने फिर दोहराया कि लोकतंत्र खतरे में है। ये लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है। सौ से अधिक विधायकों का इतने लंबे समय तक साथ रहना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। जो हिंदुस्तान के इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा। लोकतंत्र बचाने की लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। प्रदेशवासियों ने विश्वास करके सरकार बनाई थी हमारी। सबकी जिम्मेदारी बनती है कि उस विश्वास को बनाए रखें। प्रदेश की सेवा करें, सुशासन दें और कोरोना का मुकाबला करें सब मिलकर। यह जीत प्रदेशवासियों की जीत है। पूरे प्रदेशवासियों ने हमारी जो हौसला अफजाई की। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाया कि आने वाले वक्त में दोगुने जोश से सब काम करेंगे, उनकी सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि एक महीना साथ रहने से विधायकों के संबंध बेहतरीन बन गए हैं। सबने एकजुट होकर प्रदेशवासियों की सेवा का संकल्प लिया है। यही हमारा परम धर्म है।
लिखे गए पत्र का जबर्दस्त प्रभाव पड़ा
मुख्यमंत्री ने अपनी ओर से सभी विधायकों को लिखे पत्र के संबंध में दावे के साथ कहा कि उस पत्र का बड़ा प्रभाव पड़ा। उसी कारण से भाजपा के जो तीन विमान किराए पर लिए थे विधायकों को गुजरात भेजने के लिएए उनमें से मुश्किल से एक जा पाया। वह भी पूरा नहीं भरा हुआ था। उनका कल से शिविर लगना था, क्राउन प्लाजा होटल के अंदर, मीटिंग थी, वहीं रहना था, बाड़ेबंदी हो रही थी। जो हम पर बाड़ेबंदी करने का आरोप लगाते थे, उनकी अपनी यह नौबत आ गई। इससे वे प्रदेश के सामने पूरी तरह से एक्सपोज हो गए। पूरा खेल उनका था। सरकार को गिराने का षड्यंत्र था। जो उन्होंने कर्नाटक और मध्यप्रदेश में किया, दुनिया जानती है। वही षड्यंत्र राजस्थान का था जो पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है।
कांग्रेस का शानदार इतिहास
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का शानदार इतिहास रहा है। गांधी जी के जमाने से। 70 साल बाद में भी हमारे यहां लोकतंत्र कायम रहा है। देश में लोकतंत्र आने वाली सदियों तक कायम रहेए यह हमारा सपना है। उसे बचाने के लिए हम सब एकजुट रहेंगे। पूरा प्रदेश पूरा देश एकजुट रहेगा। लोकतंत्र को खत्म करने के भाजपा के मंसूबे को किसी कीमत पर पूरा नहीं होने देंगे। यही सोनिया गांधी और राहुल गांधी की भी सोच है। हम उनके नेतृत्व में चलेंगे और लोकतंत्र को बचाने के लिए कितना ही बड़ा संघर्ष करना पड़े, हम चूकेंगे नहीं। सत्य की जीत होती है।

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