जले पर नमक ! टूटी सड़क को तेज बहाव के साथ बहा ले गई नदी
पोकरण. क्षेत्र के राजमथाई गांव से शहीद नरपतसिंह राठौड़ के गांव लोंगासर तकजाने वाली सड़क कई वर्षों से क्षतिग्रस्त पड़ी है। दो दिन पूर्व हुई बारिश ने सड़क को जगह-जगह से तोड़ दिया। जिसके कारण अब आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। जिससे राहगीरों व वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी हो रही है। गौरतलब हैै कि राजमथाई गांव से लोंगासर तक वर्षों पूर्व डामर सड़क का निर्माण करवाया गया था। निर्माण के बाद समय पर मरम्मत नहीं होने के कारण सड़क जगह-जगह से क्षतिग्रस्त पड़ी थी। जिसके कारण आवागमन में परेशानी हो रही थी तथा गहरे गड्ढ़ों के कारण हादसे की भी आशंका बनी हुई थी। बारिश ने जले पर लगाया नमक गत दो दिन पूर्व क्षेत्र में तेज मूसलाधार बारिश हुई। जिसके कारण क्षेत्र के कई नदी नाले तेज बहाव के साथ चलने लगे। पानी के तेज बहाव के साथ चलने के कारण राजमथाई से लोंगासर तक सड़क में कई जगहों पर कटाव हो गया। कुछ जगहों पर अभी तक पानी जमा पड़ा है। जिसके कारण राहगीरों व वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी हो रही है। बावजूद इसके सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से सड़कों की मरम्मत कर आवागमन सुचारु करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। नहीं हुई घोषणा पूरी गौरतलब है कि लोंगासर के प्रतापसिंह की ढाणी निवासी कुमाऊं रेजीमेंट के नायक नरपतसिंह राठौड़ वर्ष 2016 में आसाम के तिनसुकिया में शहीद हो गए थे। जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए ढाणी आई थी। इस दौरान ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने लोंगासर से उनकी ढाणी तक सड़क निर्माण करवाने की घोषणा की थी, लेकिन चार वर्ष बाद भी अभी तक यहां सड़क का निर्माण नहीं किया गया है। जिसके चलते ग्रामीणों को आज भी कच्चे व रेतीले मार्गों से आवागमन करना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशानी हो रही है।