जैसलमेर . ‘शहर की सरकार’ यानी जैसलमेर नगरपरिषद कार्यकाल के तीन वर्ष सोमवार को पूरे हो रहे हैं। राज्य में भाजपा सरकार होने पर शहरी मतदाताओं ने भी ‘विकास की कड़ी’ जोड़ भाजपा का ही बोर्ड चुना। उम्मीद थी, राज्य व शहर में एक ही दल की सरकार होने से देश और दुनिया भर के सैलानियों को आकर्षित करने वाली स्वर्णनगरी में नागरिक सुविधाओं की स्थितियां बेहतर होंगी, लेकिन अब तक के कार्यकाल में लोगों को निराशा ही हाथ लगी है।
गैरराजनीतिक सभापति कविता खत्री की अगुवाई वाले इस बोर्ड ने जैसलमेर की स्वच्छता व सुंदरता में नए प्रतिमान जोडऩा तो दूर नगरपरिषद के सामान्य कामकाज की रफ्तार को भी धीमा कर दिया।