कच्चे रास्ते से आवागमन हुआ मुश्किल
डाबला. जैसलमेर के ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी सडक़ों की क्षतिग्रस्त हालत की सुध नहीं लेने से आमजन के लिए वाहनों से आवागमन मुश्किल हो रहा है। निकटवर्ती गांव आशायच व अभयनगर ग्राम पंचायत बड़ौड़ा गांव को जोडऩे वाली सडक़ दुरस्त नहीं करने से यहां से गुजरने वालों को मुश्किलों का समाधान नहीं हो रहा है। हालात यह है कि यहां राहगीरों को कच्ची पगडंडी से पंचायत मुख्यालय का सफर मजबूरी बन गया। हालांकि कई ग्रामीण क्षेत्र ग्राम पंचायतों से इस सडक़ से जुड़े हुए हैं, लेकिन बड़ौड़ागांव के राजस्व गांव आशायच और अभयनगर जो कि बड़ौड़ा गांव पंचायत से जुड़ा हुआ नहीं है। यहां मात्र पगडंडी व कच्चे रास्तों से ही आवागमन हो रहा है। आस-पास कई कंटीली झाडिय़ां उगी होने से दुपहिया वाहनों के साथ-साथ अन्य वाहन पंक्चर हो जाते हैं। जानकारों की मानें तो बड़ौड़ा गांव से रास्ता अभयनगर और ग्रेफ रोड होकर सीधा नेशनल हाईवे 68 आकल फांटा से जुड़ा है। अधिकतर वाहन इसी रास्ते का उपयोग करते हैं, ऐसे में इस मार्ग पर डामरीकरण कर दिया जाए ग्रामीणों की राह सुगम हो सकती है।
डाबला. जैसलमेर के ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी सडक़ों की क्षतिग्रस्त हालत की सुध नहीं लेने से आमजन के लिए वाहनों से आवागमन मुश्किल हो रहा है। निकटवर्ती गांव आशायच व अभयनगर ग्राम पंचायत बड़ौड़ा गांव को जोडऩे वाली सडक़ दुरस्त नहीं करने से यहां से गुजरने वालों को मुश्किलों का समाधान नहीं हो रहा है। हालात यह है कि यहां राहगीरों को कच्ची पगडंडी से पंचायत मुख्यालय का सफर मजबूरी बन गया। हालांकि कई ग्रामीण क्षेत्र ग्राम पंचायतों से इस सडक़ से जुड़े हुए हैं, लेकिन बड़ौड़ागांव के राजस्व गांव आशायच और अभयनगर जो कि बड़ौड़ा गांव पंचायत से जुड़ा हुआ नहीं है। यहां मात्र पगडंडी व कच्चे रास्तों से ही आवागमन हो रहा है। आस-पास कई कंटीली झाडिय़ां उगी होने से दुपहिया वाहनों के साथ-साथ अन्य वाहन पंक्चर हो जाते हैं। जानकारों की मानें तो बड़ौड़ा गांव से रास्ता अभयनगर और ग्रेफ रोड होकर सीधा नेशनल हाईवे 68 आकल फांटा से जुड़ा है। अधिकतर वाहन इसी रास्ते का उपयोग करते हैं, ऐसे में इस मार्ग पर डामरीकरण कर दिया जाए ग्रामीणों की राह सुगम हो सकती है।
ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पहुंचने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियो को अवगत करवाने के बावजूद कोई हल नहीं हो पाया है।
– श्यामसिंह भाटी, ग्रामीण, अभयनगर
– श्यामसिंह भाटी, ग्रामीण, अभयनगर
जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाने के बाद भी समस्या जस की तस बनी है। पगडंडी व कच्चे रास्ते होकर मुख्यालय पहुचने में काफी दिक्कतें हो रही हैं।
– उदयसिंह भाटी, आशायच IMAGE CREDIT: patrika
– उदयसिंह भाटी, आशायच