अफसरों ने भी नहीं की कार्रवाई
निर्माण कंपनी डीवीपीएल ने यूनिवर्सिटी और इंजीनियरिंग कॉलेज में खपत होने वाली रेत की जानकारी अब तक प्रस्तुत नहीं की है। अधिकारियों की मानें तो लगभग एक माह से ज्यादा का समय बीत चुका है। इसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकारियों के अनुसार जानकारी न देने पर जल्द कार्रवाई होगी।
बिना अनुमति निर्माण पर थमाया पत्र
मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराने वाली कंपनी डीवीपीएल ने कॉलोनी और हास्पिटल बिल्डिंग बनाने में पीसीबी (प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) की अनुमति नहीं ली है। नियमानुसार इन दोनों बिल्डिंग के निर्माण में अनुमति लेनी थी। जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने निर्माण कंपनी डीवीपीएल को पत्र लिखा है। पत्र में स्पष्ट कहा है कि बिल्डिंग के निर्माण में अनुमति लेना अनिवार्य है। बिल्डिंग के निर्माण में प्रदूषण ट्रीटमेंट सिस्टम भी होना चाहिए। पत्र भेजकर जानकारी मांगी है। अनुमति न लेने पर पीसीबी कार्रवाई भी कर सकता है।
पीसीबी से अनुमति नहीं ली है
पीसीबी ई ई एसपी झा के मुताबिक डीवीपीएल कंपनी ने कॉलोनी और अस्पताल बिल्डिंग के निर्माण के लिए पीसीबी से अनुमति नहीं ली है। यहां पर ट्रीटमेंट सिस्टम की भी जानकारी नहीं दी गई है। हमने पत्र भेजकर जानकारी मांगी है। कॉलेज बिल्डिंग को इसमें शामिल नहीं किया गया है।
अबतक कंपनी ने नहीं दी जानकारी
खनिज अधिकारी फरहत जहां के मुताबिक निर्माण कंपनी डीवीपीएल के पास मेडिकल कॉलेज में उपयोग होने वाली रेत के लिए खनन की लीज है। यूनिवर्सिटी और इंजीनियरिंग कॉलेज में आने वाली रेत की जानकारी मांगी गई थी। विभाग ने पूछा है कि यूनिवर्सिटी और इंजीनियरिंग कॉलेज में उपयोग होने वाली रेत कहां से आ रही है। हालांकि अभी तक डीवीपीएल कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी है और न ही कोई अधिकारी आएं हैं।