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जालौन

त्योहार आते ही बाजारों में बढ़ी नकली खोये की मांग, माफिया हुए सक्रिय

दिवाली का त्योहार नजदीक आते ही खोया माफिया नकली खोया बनाने में जुट गये हैं।

जालौनOct 11, 2017 / 02:30 pm

नितिन श्रीवास्तव

Nakli Khoya in Market before Diwali 2017 Jalaun UP Hindi News

त्योहार आते ही बाजारों में बढी नकली खोये की मांग, माफिया हुए सक्रिय

जालौन. दिवाली का त्योहार नजदीक आते ही खोया माफिया नकली खोया बनाने में जुट गये हैं और अपने एजेन्टों के माध्यम से उन्हें क्षेत्रों में सप्लाई भी करने लगे हैं। जिससे वह ज्यादा से ज्यादा मुनाफा खोरी कर सकें। जनपद के बीहड़ इलाकों से आने वाले खोये की बाजार भरमार पड़ी हुयी है लेकिन खाद्य विभाग गांधारी की तरह आँखों पर पट्टी बांधे देख रहा है।
दूसरे राज्यों में भी भेजा जाता है नकली खोया

जालौन का माधौगढ़ और रामपुरा इलाके में इस नकली खोये का निर्माण त्योहार आते ही शुरू हो जाता है। बीहड़ के ऊंचे नीचे टीलों के बीच धधकती भट्ठियां हर रोज कुंतलों खोवा तैयार करके उरई के व्यापारियों के साथ साथ रेलवे स्टेशन से पार्सल करके ट्रेनों के माध्यम से दूसरे राज्यों में खपाया जा रहा है। ग्रामीण और बीहड़ा इलाकों में गाये और भैंस बहुत कम होने के बाबजूद आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो से कुंतलों खोया उरई-कोंच-काल्पी के साथ बाहर की मंडियों को रोजाना सप्लाई किया जाता है। इस ओर से खाद्य विभाग भी आंखें मूंदे बैठा है और नकली व मिलावटी का यह खेल धड़ल्ले से चल रहा है।
खूब फल-फूल रहा है खोये का अवैध कारोबार

बता दें कि पिछले कई सालों से दूध की खपत बहुत कम हुयी है जिसका मुख्य कारण ग्रामीणों द्वारा गाय भैंस का पालन कम होना है। इसके बाबजूद यहां खोये का अवैध कारोबार खूब फलफूल रहा है। ग्रामीण अंचलों में सबसे ज्यादा नकली और मिलावटी का यह काला कारोबार चल रहा है। अगर मानें तो माधौगढ़ और रामपुरा इलाके में पहूज बीहड़ पट्टी के ऊंचे नीचे टीले नकली खोवा बनाने के लिये सबसे ज्यादा मुफीद साबित हो रहे हैं जहां तमाम भट्ठियां धधक रहीं हैं और निर्मित माल को वहां से चोरी छिपे यहां भेजा रहा है। माल अगर कम है तो रोडवेज बसों के द्वारा और ज्यादा हुआ तो लोडरों में लाद कर प्रतिदिन उरई-झांसी- कानपुर-गोरखपुर और यहाँ तक की बिहार जैसी बड़ी मंडियों को सप्लाई किया जाता है। जनस्वास्थ्य की चिंता करने बाला विभाग खाद्य सुरक्षा विभाग भी इस ओर से आंखें मूंदे बैठा है। अगर सुबह सबेरे बस अड्डे पर ही छापा मारा जाये तो कई कुंतल खोवा खाद्य विभाग के हाथ लग सकता है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार?

नकली के इस गोरखधंधे को लेकर जब डीओ प्रियंका सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह लगातार समय समय पर छापेमारी करती रहती है। उन्होंने कहा है कि त्योहार से पहले अभियान चलाया जायेगा और छापेमारी की जायेगी। जहां भी नकली खोवा या अन्य खाद्य सामग्री मिलेगी उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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