शरीर पर तेल की मालिश करें और सुर्योदय से पहले स्नान करें। स्नान के बाद पानी में काला तिल डालकर तीन बार यमराज को तर्पण दें। नहा कर साफ सुथरे कपड़े पहनकर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं।
इस दिन कार्तिक स्नान कर प्रदोष काल में घाट, गौशाला, कुआं, बावली, मंदिर आदि स्थानों पर तीन दिन तक दीपक जलाना चाहिए।
जालौन•Oct 29, 2018 / 08:21 pm•
Ashish Pandey
Diwali 2018: दीपावली से पहले करें यमराज की पूजा, नहीं होगी घर में कोई अकाल मौत