scriptDiwali 2018: दीपावली से पहले करें यमराज की पूजा, नहीं होगी घर में कोई अकाल मौत | Pray Yamraj before Deepawali, there will be no tragic death in family | Patrika News
जालौन

Diwali 2018: दीपावली से पहले करें यमराज की पूजा, नहीं होगी घर में कोई अकाल मौत

इस दिन कार्तिक स्नान कर प्रदोष काल में घाट, गौशाला, कुआं, बावली, मंदिर आदि स्थानों पर तीन दिन तक दीपक जलाना चाहिए।

जालौनOct 29, 2018 / 08:21 pm

Ashish Pandey

diwali

Diwali 2018: दीपावली से पहले करें यमराज की पूजा, नहीं होगी घर में कोई अकाल मौत

Jalaun. सात नवंबर को दीपावली है, इसके लिए तैयारियां जोरों पर है। घर की सफाई में लोग जुटे हैं। वहीं बाजारों में दिवाली की रैनक देखने को लि रही है। दीपावली से पहले यमराज की पूजा अपने पूर्वज ईश्वर और यमराज भगवान के साथ घर के देवता व शिव की आराधना करें। दिवाली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी आती है। इसे लोग नरक चतुर्दशी और सौंदर्य चौदस भी कहते हैं। शास्त्रों में इस बारे में कहा गया है कि जिन परिवारों में धनतेरस के दिन यमराज के निमित्त दीपदान किया जाता है, उस परिवार में अकाल मृत्यु नहीं होती। धनतेरस पांच नवंबर को है उसके अगले दिन नरक चतुर्दशी है। इस दिन का भी विशेष महत्व है।
यह है मान्यता

नरक चतुर्दशी के दिन माना जाता है कि इस दिन अपने रूप-रंग को संवारने की भी मान्यता है। इसके लिए विशेष उबटन आदि का प्रयोग किया जाता है। इस दिन चांदी के बर्तन खरीदने से तो अत्यधिक पुण्य का फल प्राप्त होता है। इस दिन कार्तिक स्नान करके प्रदोष काल में घाट, गौशाला, कुआं, बावली, मंदिर आदि स्थानों पर तीन दिन तक दीपक जलाना चाहिए।
यमराज को तर्पण दें
शरीर पर तेल की मालिश करें और सुर्योदय से पहले स्नान करें। स्नान के बाद पानी में काला तिल डालकर तीन बार यमराज को तर्पण दें। नहा कर साफ सुथरे कपड़े पहनकर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं।
इन मंत्रों का जाप करें

ऊं यमाय नम:, ऊं धर्मराजाय नम:, ऊं मृत्यवे नम:, ऊं अन्तकाय नम:, ऊं वैवस्वताय नम:, ऊं कालाय नम:, ऊं सर्वभूतक्षयाय नम:, ऊं औदुम्बराय नम:, ऊं दध्राय नम:, ऊं नीलाय नम:, ऊं परमेष्ठिने नम:, ऊं वृकोदराय नम:, ऊं चित्राय नम:, ऊं चित्रगुप्ताय नम:
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो