22 किलोमीटर बदहाल सड़क का होगा नवीनीकरण, मिलेगी सुविधा
आधा दर्जन गांवों की सड़कों में होगा सुधार
भीनमाल. भरूड़ी चौराहे से तवाव-मोदरान बदहाल सड़क का शीघ्र ही कायाकल्प होगा। सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से इस सड़क के नवीनीकरण के लिए टैण्डर जारी कर दिए है। राज्य सड़क निधि के तहत 15 किलोमीटर 2.25 करोड़ की लागत से सड़क का नवीनीकरण होगा। इसके लिए कार्यदेश जारी हो चुके है। सड़कें के नवीनीकरण से आशापुरा माताजी दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं का सफर सुगम होगा। दरअसल, भरूड़ी चौराहे से तवाव-मोदरान 22 किलोमीटर सालो से पूरी तरह बदहाल है। सड़क से डामर का नामोनिशान मिट चुका है। मोदरान से बासड़ाधनजी 7 किलोमीटर सड़क का दो माह पूर्व नवीनीकरण हो चुका है, लेकिन करीब 15 किलोमीटर सड़क बदहाल है। जगह-जगह कंकरीट व पत्थर बाहर निकल गए है। ऐसे में वाहन चालकों को आवाजाही में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इतना ही वाहनों को मिनटों का सफर तय करने में घंटों गुजर जाते है। रात के समय दुपहिया वाहन चालक अक्सर दुर्घटना के शिकार हो जाते है। खासकर मोदरान स्थित आशापुरी माता दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं का बदहाल सड़क के चलते काफी दिक्कतें उठानी पड़ती है। आशापुरी माता दर्शन के लिए जालोर, सिरोही, पाली, बाड़मेर, जोधपुर सहित गुजरात से भी हर माह बड़ी संख्या श्रद्धालु दर्शनार्थ पहुंचते है।
बदहाल सड़क के चलते चुकाना पड़ता है मनमाना किराया
बदहाल सड़क के चलते क्षेत्र के दर्जनों गांवों के ग्रामीणों को आवाजाही में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। सड़क की स्थिति इतनी बदहाल है कि कई वाहन चालक यहां से चलने से भी कतराते है। क्षेत्र के लूर, बासड़ाधनजी, रोटा, तवाव, विश्नोइयों का गोलिया सहित आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों को आवश्यकता होने पर मुंहमांगा किराया देकर वाहन किराए पर करना पड़ता है।
कई बार अवगत करवाया
समाजसेवी रमेश पुरोहित ने बताया कि भरूड़ी चौराहे से तवाव-मोदरान सड़क के नवीनीकरण के लिए कई अधिकारियों को अवगत करवाया है। अब सड़क का नवीनीकरण होने से ग्रामीणों को आवाजाही में सुविधा होगी। इसके अलावा आशापुरा माताजी दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं का सफर भी सुगम होगा।
शीघ्र ही होगा शुरू
भरूड़ी-तवाव-मोदरान 15 किलोमीटर सड़क का शीघ्र ही 2.25 करोड़ की लागत से नवीनीकरण होगा। इसके लिए ठेकेदार को कार्यदेश दे दिए है। सड़क के नवीनीकरण से आशापुरी माताजी दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं व आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों के सफर सुगम होगा।
– राजुराम, अधिशाषी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग-भीनमाल