scriptऑटो रिक्शा चालक के बिजली का बिल 12 लाख रुपए! | Auto rickshaw driver electricity bill of Rs 12 lakh! | Patrika News
जालोर

ऑटो रिक्शा चालक के बिजली का बिल 12 लाख रुपए!

जालोर. डिस्कॉम की लापरवाही का खामियाजा एक ऑटो रिक्शा चालक के परिवार को भुगतना पड़ रहा है। पिछले सालभर से यह गरीब परिवार 1 हजार रुपए तक औसत बिल भर रहा था।

जालोरMar 06, 2017 / 11:01 am

pradeep beedawat

जालोर. डिस्कॉम की लापरवाही का खामियाजा एक ऑटो रिक्शा चालक के परिवार को भुगतना पड़ रहा है। पिछले सालभर से यह गरीब परिवार 1 हजार रुपए तक औसत बिल भर रहा था। वहीं इस बार डिस्कॉम ने इस परिवार को 11 लाख 99 हजार 865 रुपए एक माह का बिल थमाया है। बिल देखकर उपभोक्ता सिर चकराया। उपभोक्ता का कहना है कि इतना अधिक बिल किस कारण से आया है। यह समझ से परे है। यही नहीं डिस्कॉम की ओर से जारी किए गए बिजली बिल के अंतर्गत एक माह में 1 लाख 57 हजार 293 यूनिट उपभोग भी दर्शाया गया है।
पहले जारी बिल में औसत 200 यूनिट भी नहीं

एफसीआई निवासी उपभोक्ता नरपतसिंह ने बताया कि पिछले बिलों में औसत यूनिट काफी कम दर्शाए गए थे। मार्च 2016 में 66 यूनिट, मई में 52, जुलाई में 193, सितंबर में 60, नवंबर में 126 और जनवरी 2017 में 95 यूनिट बिजली का उपभोग दर्शाया गया। जबकि मार्च माह में अचानक डेढ़ लाख यूनिट से भी अधिक उपभोक का बिल थमाया गया है।
तो 44 हजार की पेनल्टी

डिस्कॉम की ओर से जारी किए गए बिल के अनुसार उपभोक्ता को 11 लाख 99 हजार 865 रुपए का बिल थमाया गया है। यह बिल 1 मार्च को जारी किया गया है और 15 मार्च तक यह बिल भरना है। यदि यह बिल इस तारीख तक नहीं भरा जाता है तो उपभोक्ता को 44 हजार 537 रुपए की पेनल्टी के साथ उपभोक्ता को 12 लाख 44 हजार 402 रुपए का बिल भरना होगा।
मीटर जांच की कटवाई रसीद

मीटर में तकनीकी गड़बड़ी की आशंका को लेकर उपभोक्ता ने करीब 3 माह पूर्व रसीद कटवाई थी। जिसके अनुसार पुराने मीटर को लेब में जांच करवाने के लिए डिस्कॉम ने जोधपुर भेज दिया था और उसकी एवज में नया मीटर भी लगा दिया था। अभी तक पुराने मीटर की रिपोर्ट नहीं आई है। इस बीच यह भारीभरकम बिल उपभोक्ता को थमा दिया गया है।
डिस्कॉम की लापरवाही उपभोक्ताओं पर भारी

यह पहला मौका नहीं है जब डिस्कॉम की ओर से इस तरह की गलती की गई है। हर माह इस तरह से अधिक बिल आने पर उनमें सुधार के लिए उपभोक्ताओं की कतार डिस्कॉम कार्यालय में देखी जा सकती है।
इनका कहना

तकनीकी गड़बड़ी से अधिक बिल रिलिज हो सकता है। बिल की जांच कर उपभोक्ता की यूनिट के अनुसार बिल जारी कर दिया जाएगा।

– जागेंद्रसिंह, एईएन, डिस्कॉम, जालोर

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