उसके बाद इनके प्रस्ताव व डीपीआर तैयार की गई। यह मार्ग राष्ट्रीय राज मार्ग संख्या 325 का भाग होने की वजह से राज्य सरकार की ओर से इसे वार्षिक योजना 2020-21 में सम्मिलित कर प्रस्ताव को अनुमोदन के लिए मोर्थ नई दिल्ली को भिजवाया गया। अगर भाजपा इतनी ही गंभीर होती और सांसद इतने ही चितिंत होते तो वे इसे भाजपा सरकार के वक्त में भी भिजवा कर स्वीकृत करा सकते थे।
राज्य सरकार द्वारा रानीवाड़ा में भी आरओबी के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए निर्देश दिए हैं। लेकिन भाजपा नेताओं की कथनी एवं करनी में फर्क हैं। सांसद देवजी पटेल के अपने 13 वर्ष के कार्यकाल में एक भी उपलब्धि नहीं हैं, जिसे वे गिना सकते हैं। यहां तक जिले की जनता द्वारा लगातार यह मांग की जा रही हैं कि जालोर से जयपुर, दिल्ली व दक्षिण भारत की तरफ जाने के लिए रेल सेवाओं का विस्तार हो, रोहट से सांचौर वाया जालोर-भीनमाल सडक़ को राष्ट्रीय राज मार्ग बनाया जाए, लेकिन भाजपा नेता सिर्फ जो काम राज्य सरकार की ओर से कराया जा रहा हैं।
उसके लिए धरना प्रदर्शन कर जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास करने का कृत्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसा कि राज्य में अशोक गहलोत की सरकार आई हैं विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं। जालोर शहर में टाउन हाल का निर्माण, केशवणा में कृषि महाविद्यालय, जीवाणा में अनार मंडी, ग्रेनाइट नगरी में जालोर शहर से बागरा तक फोर लेन निर्माण, जिले में 3 जगह नए महाविद्यालय, दो नए रिको के औद्योगिक क्षैत्र, नर्सिंग महा विद्यालय, जन जाति छात्रावास का निर्माण, जिले में अलग-अलग स्थानों पर पेयजल समस्याओं के निस्तारण के करोड़ों रुपए के कार्य, सांचौर में ट्रोमा सेन्टर, जैसे अनगीनत सडक़ों के पुनर्निर्माण एवं नवीन सडक़ों की स्वीकृति एवं पेयजल की हजारों करोड़ों की योजनाओं की स्वीकृति शामिल हैं।