एक साल बाद भी नहीं हुई नहरों की सफाई, किसान कैसे करेंगे रबी की बुवाई
समस्या : किसानों के सिर पर रबी की सीजन, अब हो रही नहरों की मरम्मत
Cleanliness of canals not completed even after one year
चितलवाना. इसे नर्मदा अधिकारियों की उदासीनता कहें या किसानों की बदकिस्मती। सवा साल पहले बाढ़ से टूटी नहरों की आज भी मरम्मत व सफाई नहीं होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही हैं।
किसानों के लिए रबी बुवाई का समय सिर पर है, लेकिन कई गांवों में नहर की मरम्मत का कार्य तक शुरू नहीं हो पाया है। ऐसे में किसानों को रबी की बुवाई को लेकर चिंता खाए जा रही है।
किसानों ने बताया कि नर्मदा वितरिका, माइनर व सब माइनरों पर कई जगह ठेकेदारों की ओर से कार्य शुरू नहीं किया गया है। ऐसे में रबी सीजन में पानी नहीं मिल पाने के कारण वे समय पर बुवाई नहीं कर पाएंगे।
बीते साल भी वंचित
नर्मदा विभाग की ओर से बीते साल भी बाढ़ से टूटी नहर को निर्धारित समय पर ठीक नहीं करवाया गया था। जिससे क्षेत्र के कई किसानों को रबी सीजन में बुवाई से वंचित होना पड़ा था। वहीं इस बार अधिकारियों ने आने वाली रबी की बुवाई में समय पर पानी देने का वादा किया था, लेकिन रबी सीजन करीब-करीब शुरूहोने के बाद माइनरों की मरम्मत का कार्य अब शुरू किया गया है।
इन माइनरों की नहीं हुई मरम्मत
क्षेत्र की रतौड़ा वितरिका के रतोड़ा-ए, चितलवाना माइनर, चितलवाना-बी माइनर व चितलवाना-ए माइनर में मरम्मत कार्य अभी भी अधूरा पड़ा है। जिससे क्षेत्र के किसान चिंतित हैं।
इनका कहना….
रतौड़ा वितरिका में माइनरों का कार्य कई जगह पर ठेकेदार से शुरू तक नहीं किया गया है। ऐसे में किसानों का रबी बुवाई का समय बीत जाएगा और इस बार भी बुवाई से वंचित रहना पड़ेगा।
– श्रवणकुमार खिलेरी, काश्तकार, रतौड़ा
पहले मरम्मत का कार्य करवाया गया था, कई माइनरों में काम अधूरा रह गया। ऐसे में जहां भी कार्य अधूरे पड़े हैं, वहां तुरन्त पूरा करवाया जाएगा।
– जेपी वर्मा, एईएन, नर्मदा परियोजना, सांचौर