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जालोर

बजरी को लेकर पुलिस व प्रशासन की मिलीभगत

– सड़कों पर सरपट दौड़ रहे अवैध बजरी से भरे ट्रैक्टर, न्यायालय के आदेश पर विभाग के साथ साथ पुलिस महकमा भी मौन

जालोरSep 03, 2018 / 10:56 am

Khushal Singh Bati

jalorenews

– सड़कों पर सरपट दौड़ रहे अवैध बजरी से भरे ट्रैक्टर, न्यायालय के आदेश पर विभाग के साथ साथ पुलिस महकमा भी मौन

अवैध खनन…

जालोर. न्यायालय के आदेश के बाद भी जिलेभर में बजरी का अवैध खनन जारी है। मामला इसलिए अहम है कि प्रतिदिन रात और अल सवेरे सैकड़ों की संख्या में बजरी से भरे ट्रेक्टर शहर के मुख्य मार्गों से गुजर रहे हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन की मिलीभगत का असर यहां देखने को मिलता है, जिसके चलते किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो रही है। शहर में मुख्य रूप से रतनपुरा, सामतीपुरा, महेशपुरा और बिशनगढ़ जवाई नदी में बजरी का अवैध खनन हो रहा है, लेकिन खनन विभाग, पुलिस महकमे और प्रशासन की ओर से किसी तरह की कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। ऐसे में लगातार नदियों में जेसीबी से गहरे गड्ढे किए जा रहे हैं। जबकि न्यायालय से खनन पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। लगातार हो रहे इस खनन के मामले में पुलिस और प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान है।
कोतवाली के सामने से भी निकलते हैं ट्रेक्टर
पुलिस की ढिलाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब तो अल सवेरे और कई बार तो दिन दहाड़े ही अवैध खनन के बाद ट्रेक्टरों में भरी बजरी कोतवाली के सामने से ही मुख्य मार्गों से होते हुए पहुंचाई जा रही है। एक तरफ बजरी खनन पर रोक है। दूसरी तरफ से प्रतिदिन लाखों रुपए की बजरी अवैध खनन के बाद पहुंचाई जा रही है।
इसलिए आंखें बंद
पुलिस और प्रशासन की बात करें तो जिलेभर में इन विभागों के भी कई स्थानों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं। जालोर में पुलिस लाइन में ही दोहरे स्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है। एक तरफ सीसी रोड बन रही है तो दूसरी तरफ पुलिस क्वार्टर बन रहे हैं। चूंकि पुलिस का काम है इसलिए प्रशासन और खनिज विभाग समेत स्वयं पुलिस महकमे ने ही मौन धारण कर लिया है। जबकि ये ही विभाग अवैध खनन के मामले में कार्रवाई के लिए जिम्मेदार है। पुलिस प्रशासन की इस ढिलाई से अवैध खनन को बढ़ावा मिल रहा है। साथ ही इन्हीं कार्यों की एवज में अन्य स्थानों के लिए भारी मात्रा में अवैध खनन हो रहा है। यही नहीं पुलिस लाइन परिसर फिलहाल बजरी के लिए डंपिंग यार्ड बना हुआ है। पिछले 20 दिन से यहां सीसी रोड के लिए न केवल निर्माण कार्य चल रहा है। बल्कि यहां से बजरी को अन्यत्र पहुंचाया भी जा रहा है।
पुलिस को खुद के क्वार्टर की भी चिंता
एक तरफ सीसी रोड पुलिस लाइन परिसर में हो रहा है। दूसरी तरफ राजेंद्रनगर रोड पर पुलिस क्वार्टर का निर्माण भी हो रहा है। यह आवासीय भवन बनना है। इसके लिए एक भवन पर सीसी का कार्य होना हैं, जबकि दूसरे भवन में नींव भरने तक का काम पूरा हो चुका है और शेष कार्य के लिए ठेकेदार द्वारा लगातार बजरी का स्टॉक किया जा रहा है। इस भवन में पुलिस के जवान ही रहने हैं इसलिए पुलिस विभाग मौन धारण किए हुंए है। दूसरी तरफ ठेकेदार को दिसंबर 2018 तक इस कार्य को पूरा करना है इसलिए उसके लिए अवैध खनन के लिए पहुंच रही बजरी भी उपयोगी साबित हो रही है। जबकि यह पूरा मामला न्यायालय के आदेश की अवहेलना से जुड़ा है।
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