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जालोर

शिक्षा, शिक्षार्थी व शिक्षक हितों पर हुआ मंथन

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जालोरSep 21, 2019 / 10:55 am

Dharmendra Kumar Ramawat

District Educational Session in Bhinmal

District Educational Session in Bhinmal

जालोर. राजस्थान विधानसभा के पूर्व उप सचेतक रतन देवासी ने कहा कि शिक्षकों और माता-पिता दोनों को जिम्मेदारी तय कर उसे पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ निभानी होगी। वे शुक्रवार को राबाउमावि प्रताप चौक में राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के दो दिवसीय जिला शैक्षिक अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में बतौर अतिथि के नाते बोल रहे थे। पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल ने कहा कि आज के शिक्षक को अपने उत्तरदायित्व का तत्परता से निर्वहन करते हुए बालक के सर्र्वांगीण विकास में महती भूमिका अदा करनी होगी। अधिवेशन को प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य सवाराम पटेल ने भी संबोधित किया।
संगठन के जिला संयोजक दलपतसिंह आर्य ने प्रतिवेदन पेश कर संगठन की रीति-नीति और गतिविधियों की जानकारी दी। उद्घाटन सत्र से पूर्व शैक्षिक सत्र के मुख्य वक्ता शिक्षाविद डॉ. भरतकुमार, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य ऊमसिंह चांदराई, जालोर भूमि विकास बैंक के पूर्व चेयरमैन नरेंद्र विश्नोई, प्रवक्ता जिला कांग्रेस कमेटी योगेंद्रसिंह कुंपावत, जेएनएसबी पूर्व निदेशक एडवोकेट सुरेंद्रकुमार दवे, जिला मंत्री कर्मचारी महासंघ भांणाराम बोहरा व महामंत्री राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन शहजाद खान ने भी विचार रखे। इससे पहले अतिथियों का जिला संयोजक आर्य, जिला सहसंयोजक गोविंदसिंह राव, मार्गदर्शक गोपालसिंह मंडलावत, ओमप्रकाश खंडेलवाल, सम्मेलन संयोजक राजेंद्र सुंदेशा, सहसंयोजक बरकत खान मंगलिया व शैलजा माथुर के नेतृत्व में अभिनंदन किया गया। अधिवेशन में विद्युत लेखा संघ के जिलाध्यक्ष विनोद आर्य, खेमसिंह रावल, प्रशांत सिंह, रामकिशोर मीणा, महकीराम मीणा व भोमसिंह मीणा मौजूद थे। इसी तरह राजेंद्र नगर स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में शुक्रवार को राजस्थान शिक्षक संघ (अम्बेडकर) का जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन हुआ। जिसमें बेहतर शिक्षण व्यवस्था व शिक्षकों की लम्बित समस्याओं पर शिक्षाविदों ने चर्चा की। बतौर मुख्य अतिथि पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल ने गुरू को जीवन में श्रेष्ठ बताते हुए शिष्यों को भी बेहतर ज्ञान देने की बात कही। इस दौरान शिक्षाविद प्रधानाचार्य भंवरलाल परमार, सकाराम चौहान, महेंद्र गर्ग, किस्तूराराम बामणिया, जगदीश चौहान, बाबूराम चावड़ा व वचनाराम समेत अन्य ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के नाते उद्यमी रामेश्वर गोयल, मगनलाल परिहार, वेनाराम चौहान अध्यक्ष अजाक जालोर मौजूद थे। द्वितीय सत्र में राशिसं (अम्बेडकर) के जिलाध्यक्ष हीराराम रेड्डी की अध्यक्षता में खुला सत्र हुआ। जिसमें शैक्षणिक गतिविधियों के साथ शिक्षण व्यवस्थाओं पर समूह चर्चा की गई। कार्यक्रम का संचालन रमेशकुमार रेड्डी ने किया। अंत में जिलाध्यक्ष ने सभी का आभार जताया।
भीनमाल. शहर के बालिका राउमावि में शुक्रवार को शिक्षक संघ राष्ट्रीय का जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन शुरू हुआ। समारोह के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता प्रांत सह बौद्धिक प्रमुख गंगाविशन ने शिक्षकों को शिक्षण कार्य के साथ ही बालकों को संस्कार देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज का दर्पण है। रानीवाड़ा विधायक नारायणसिंह देवल ने कहा कि शिक्षकों के जिम्मे भावी पीढ़ी के भविष्य निर्माण का जिम्मा है। राष्ट्र निर्माण में शिक्षक अपनी भागीदारी को समझें। आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने कहा कि राष्ट्रभाव से ओतप्रोत ही शिक्षक संघ राष्ट्रीय कहलाता है। समारोह को प्रधान धुखाराम राजपुरोहित ने भी संबोधित किया। शिक्षक संदीप जोशी ने विद्यालय में किए नवाचार के बारे में बताया। सतीश शर्मा ने संगठन के बारे में बताया। जिलाध्यक्ष दीपसिंह देवल ने अतिथियों, भामाशाहों व आगन्तुकों का आभार ज्ञापित किया। संचालन धर्मदान चारण ने किया। इस मौके कर्मचारी महासंघ (भामसं) के जिलाध्यक्ष मदनसिंह राठौड़, भाजपा नगर अध्यक्ष भरतसिंह भोजाणी, महामंत्री किशोर सांखला, महेन्द्रसिंह, संरक्षक सुरेन्द्रसिंह, भैराराम पुरोहित, नारायणसिंह राठौड़, पूर्व जिलाध्यक्ष रायमल जाट, गुलाब भाटी, महेन्द्रकुमार राव, देवी दवे, मिनाक्षी तंवर व किशोर प्रजापत सहित कई शिक्षक मौजूद थे। वहीं शहर के कचहरी रोड राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार को शिक्षक संघ प्रगतिशील का शैक्षिक सम्मेलन में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई ने कहा कि शिक्षकों बालकों के चरित्र निर्माण की मुख्य धुरी है। वर्तमान में शिक्षक के मायने बदल गए है। उन्होंने कहा कि 6 -डी के तहत स्थानांतरण बिना किसी राजनैतिक दखल के किए जाएंगे। डॉ. समरजीत सिंह ने कहा कि आज कल किताबों का ज्ञान कम हो गया है। इसलिए शिक्षकों को उस पर ज्यादा जोर देना है। सम्मलेन संयोजक मांगीलाल साहू ने शिक्षा का बजट बढ़ाने व संसाधनों में बढ़ोतरी की आवश्कता जताई। उन्होंने शिक्षा के निजीकरण पर चिंता व्यक्त की। शिक्षक नेता किशनलाल सारण ने शिक्षकों की समस्याओ से अवगत करवाते हुए समाधान की मांग की। समारोह को जिलामन्त्री जयकरण खिलेरी, मुख्यममहामंत्री पूनमचंद विश्नोई, जोगाराम, सुरजनराम साऊ, शिक्षाविद् भागीरथराम विश्नोई, ईशराराम विश्नोई, मकाराम चौधरी ने भी संबोधित किया। जिलाध्यक्ष पूनमाराम विश्नोई ने आभार ज्ञापित किया। इस मौके हबताराम मेघवाल, किशनाराम, चूनाराम खिलेरी, नरिंगाराम चौधरी, डुंगरसिंह काबावत, किसान नेता भगवानाराम विश्नोई, सुनिता विश्नोई, प्रकाश नारायण माली सहित कई शिक्षक मौजूद थे।

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