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जालोर

मेघावा में किसानों का धरना 8वें दिन भी जारी

प्रदेश उपाध्यक्ष हीरालाल विश्नोई पहुंचे धरना स्थल पर

जालोरDec 11, 2019 / 10:58 am

Dharmendra Kumar Ramawat

मेघावा में किसानों का धरना

मेघावा में किसानों का धरना

वेडिय़ा. क्षेत्र के मेघावा गांव में सिंचाई के पानी की मांग को लेकर चल रहा किसानों का धरना 8वें दिन मंगलवार को भी जारी रहा। पानी के लिए मेघावा, कुंडकी, अगड़ावा, मणोहर व वीरावा के किसान गत आठ दिन से धरने पर हैं। किसानों की मांग है कि उनके खेत के बीच से नर्मदा मुख्य नहर गुजर रही है, लेकिन उन्हें सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है। किसानों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनके खेत सिंचित क्षेत्र में नहीं जुड़ते, तब तक धरना जारी रहेगा। मंगलवार को आठवें दिन नर्मदा विभाग से अधिशासी अभियंता जेपी माथुर व सहायक अभियंता सोहनलाल माहेश्वरी मौके पर पहुंचे और किसानों की समस्याएं सुनी, लेकिन किसानों ने लिखित में आश्वासन देने पर ही धरना समाप्त करने की बात कही। मगर विभागीय अधिकारियों का कहना था कि वे लिखित में आश्वासन नहीं दे सकते। इस अवसर पर हरिराम बेनीवाल, जगदीश सियाक, रामूराम पूनिया, गंगाराम सियाक, मोहनलाल कड़वासरा, कानाराम बेनीवाल, दिनेश, रमेश लोमरोड़, पेमाराम सारण, जीवन लोमरोड़, सुखराम लोल व दिनेश सुथार सहित कई किसान मौजूद थे।
प्रदेश उपाध्यक्ष बिश्नोई भी पहुंचे
राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हीरालाल बिश्नोई मंगलवार को धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों की समस्या सुनी। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी हर संभव मदद की जाएगी। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार हरसंभव मदद करेगी। अनकमांड क्षेत्र को कमांड में जोडऩे की हरसंभव कोशिश की जाएगी।
धरनार्थियों के समर्थन में आया किसान संघ
चितलवाना. नर्मदा नहर के अनकामंड क्षेत्र के किसानों की ओर से नहरी कमांड क्षेत्र में जोडऩे की मांग को लेकर दिया जा रहा धरना मंगलवार को भी जारी रहा। इस दौरान धरने को किसान संघ ने भी समर्थन दिया है। नर्मदा नहर डिग्गी यूनियन अध्यक्ष ईशराराम विश्नोई ने बताया कि इस दौरान मेघावा, कुण्डकी, मणोर, वीरावा व अगड़ावा की जमीन को नहरी कमांड में जोडऩे की मांग को लेकर चल रहे किसानों के धरने को समर्थन देते हुए किसान संघ ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया। वहीं किसानों की मांग नहीं मानने पर यूनियन की ओर से भी किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करने की चेतावनी दी गई।

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