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जालोर

बदमाशों ने पहले उप कारागृह की बिजली काटी, फिर फायरिंग की

शहर स्थित उपकारागार में शुक्रवार देर रात तक करीब 1.45 बजे कुछ बदमाशों ने जेल के सुरक्षाकर्मी पर फायरिंग कर जेल में घुसने का प्रयास किया। खींचतान में सुरक्षाकर्मी की राइफल का ट्रिगर दबने से एक बदमाश के हाथ में छर्रे लग गए, जिससे वह घायल हो गया। उसके बाद बादमाश वहां से भाग छूटे।

जालोरJan 17, 2021 / 09:43 am

Dharmendra Kumar Ramawat

बदमाशों ने पहले उप कारागृह की बिजली काटी, फिर फायरिंग की

भीनमाल. उप कारागृह में जिस सुरक्षाकर्मी के साथ वारदात हुई, उससे मोकड्रिल करवाते एफएसएल टीम के सदस्य।

भीनमाल. शहर स्थित उपकारागार में शुक्रवार देर रात तक करीब 1.45 बजे कुछ बदमाशों ने जेल के सुरक्षाकर्मी पर फायरिंग कर जेल में घुसने का प्रयास किया। हालंाकि उनकी ओर से की गई फायरिंग में सुरक्षाकर्मी नीचे झुक गया, जिससे उनका निशाना चूक गया। उसके बाद हुई खींचतान में सुरक्षाकर्मी की राइफल का ट्रिगर दबने से एक बदमाश के हाथ में छर्रे लग गए, जिससे वह घायल हो गया। उसके बाद बादमाश वहां से भाग छूटे। संभावना जताई जा रही है कि बदमाशों ने जेल से किसी अपराधी को छुड़ाने के लिए यह षड्यंत्र रचा था। इसके लिए शातिरों ने पहले उप कारागृह के पास ही स्थित विद्युत ट्रांसफार्मर के फ्यूज निकालकर जेल में बिजली आपूर्ति बंद की एवं पहरा संतरी को विद्युत विभाग का इलेक्ट्रीशियन बताकर गेट पर बुलाया। देररात को हुई घटना से जेल में हडक़ंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही उपखण्ड अधिकारी ओमप्रकाश, डीएसपी शंकरलाल व पुलिस निरीक्षक दुलीचंद गुर्जर मय जाब्ता मौके पर पहुंचे एवं जिलेभर में नाकाबंदी करवाई। सुबह एसपी श्यामसिंह भी उप कारागृह पहुंचे। उन्होंने सुबह जेल में तलाशी अभियान चलाया। हालंाकि सर्च अभियान में उप कारागृह में कोई अवांछित सामग्री नहीं मिली। पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर अनुसंधान किया। एसपी श्यामसिंह ने बताया कि जेल में संदिग्ध कुछ बदमाशों से भी घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है। वारदात उप कारागृह के सुरक्षागार्ड हापूराम के साथ हुई। गनीमत रही सतर्कता से बड़ा घटनाक्रम टल गया। वारदात में तीन बदमाश बताए जा रहे थे। वारदात उप कारागृह में मेन गेट पर हुई। सुबह में एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंचे एवं सुरक्षाकर्मी की राइफल से हुए फायर व शातिरों की ओर से हुए फायर के छर्रे व बुलेट (गोली) की खोजबीन की, लेकिन कोई हाथ नहीं लगा। यहां कार्यरत उप जेलर सूरजमल सोनी 9 जनवरी से अवकाश पर थे। पुलिस ने पहरा संतरी हापूराम की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
एफएसल टीम ने जुटाए सबूत, ऐसे हुई घटना
वारदात के बाद सुबह उप कारागृह के चहुंओर भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। रातभर से सुबह तक यहां पर पुलिस जवानों की निगरानी में रहा। एफएसल टीम ने यहां सुरक्षाकर्मी हापूराम से घटनाक्रम की मोकड्रिल करवाई। सुरक्षाकर्मी ने बताया कि वारदात में तीन शातिर शामिल थे। उन्होंने खुद को विद्युत विभाग का इलेक्ट्रीशियन बताकर जेल में विद्युत आपूर्ति सुचारू करने के लिए टॉर्च मंगवाई। उन्होंने गेट पर पहुंचकर रोशनी के लिए अपना मोबाइल जाली से बाहर दिया, तो एक शातिर ने उसका हाथ पकड़ लिया। उसके बाद दो बदमाश गेट के जरिए जेल में कूदने का प्रयास करने लगे। उस दौरान एक बदमाश ने पिस्तौल निकालकर कनपटी पर रखकर फायर किया। उस दौरान हुई खींचतान में सुरक्षाकर्मी की राइफल का ट्रिगर दब गया। जिससे हुए फायर से छर्रे बदमाश को लग गए। उसके बाद बदमाश मौके से भाग गए। संभावना जताई जा रही है कि छर्रे बदमाश के हाथ के लगे। ऐसे में उप कारागृह के गेट पर खून भी बिखरा रहा।
साजिश के तहत पहले की रैकी
यहां का उपकारागृह शहर के बीचों-बीच स्थित है। पास में शहर की पोश माघ कॉलोनी है। कॉलोनी में अधिकांश व्यापारी व सरकारी कर्मचारी निवास करते हैं। संभावना जताई जा रही है कि आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए यहां उप कारागृह की रैकी की होगी। उसके बाद सोची समझी साजिश के तहत जेल में ट्रांसफार्मर से विद्युत आपूर्ति बंद की। उसके बाद वे इलेक्ट्रिशयन बनकर सप्लाई बहाल करने के बहाने संतरी को बुलाया।
एसपी मौके पर पहुंचे
अल सवेरे एसपी ने घटनास्थल का जायजा लिया। पूरे घटनाक्रम की जानकारी जुटाने के साथ-साथ बंदियों से भी पूछताछ की। एसपी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है। पुलिस घटनाक्रम के कारणों व उनके जिम्मेदारों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
सीसीटीवी कैमरे, लेकिन अंधेरे से नहीं मिले फुटेज
जेल की सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं, लेकिन मेन गेट पर एक कैमरा लगा हुआ, जो ट्रांसफार्मर की तरफ नहीं है, दूसरी ओर जो जेल परिसर के अन्दर कैमरे लगे हुए है, वो अंधेरा होने से फुटेज नहीं आ पाए। शहर की सडक़ों पर पालिका की ओर से भी लगाएं अधिकांश कैमरे बंद पड़े है। मुख्य गेट से मात्र 10 फीट की दूरी पर ही विद्युत ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। जहां से बिजली बंद की गई। हालांकि उप कारागृह सीधे तौर पर सेफ्टी जोन में ही माना जा सकता है, लेकिन शातिर गिरोह भी पूरी तैयारी के साथ पहुंचे।
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