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जालोर

आहोर पंचायत की अनदेखी से बढ़ रहे अवैध कब्जे

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जालोरMay 21, 2019 / 01:06 pm

Jitesh kumar Rawal

jaloreahore

आहोर पंचायत की अनदेखी से बढ़ रहे अवैध कब्जे

दुकानों के बाहर तक फैला रहता है सामान, अतिक्रमण के कारण आवागमन भी मुश्किल


आहोर. कस्बे में प्रशासन की अनदेखी से अतिक्रमण की समस्या बढ़ रही है। अतिक्रमी दिनों दिन पैर पसार रहे हैं। कस्बे में जोधपुर तिराहे से लेकर निजी बस स्टैण्ड तक जालोर-तखतगढ़ राजमार्ग के दोनों तरफ अतिक्रमण की समस्या को देखते हुए उपखंड प्रशासन ने कुछ साल पहले अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की थी। इसके बाद कुछ सालों तक व्यवस्था दुरुस्त रही, लेकिन पिछले कुछ समय से अतिक्रमी वापस पैर पसार रहे हंै। मार्ग केे दोनों तरफ बेतरतीब खड़े वाहनों तथा ठेलों से राहगीर परेशानी का सामना कर रहे हैं। दुकानदारों ने बाहर तक सामान जमाकर अतिक्रमण किया है। ठेला, केबिन व लॉरी संचालक बेरीकेटिंग व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं। निर्धारित बेरीकेटिंग के बाहर मार्ग की तरफ दुकान का सामान जमाकर अतिक्रमण किया जा रहा है।

नहीं हटा रहे अतिक्रमण
कस्बे में ग्राम पंचायत की अनदेखी व उदासीनता के चलते आबादी इलाकों में मकानों व दुकानों के आगे तथा आम रास्ते, आम चौहटे समेत सार्वजनिक स्थलों पर कब्जे किए जा रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी बताते हैं कि हॉस्पीटल तिराहे से पुराना बस स्टैण्ड तक आबादी क्षेत्र होने से कार्रवाई करना पंचायत की जिम्मेदारी है।

आवागमन में आ रही दिक्कत
हॉस्पीटल तिराहे से लेकर पुराना बस स्टैण्ड तक, निजी बस स्टैण्ड परिसर, पंचायत समिति के सामने, राजकीय अस्पताल के सामने एवं टैक्सी स्टैण्ड के आस-पास अतिक्रमण विकट स्थिति में है। इन स्थानों पर दिनभर लोगों की भीड़ रहती है। ऐसे में यहां बेतरतीब खड़े वाहनों तथा ठेलों की वजह से लोगों को आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लगभग यही स्थिति नवनिर्मित डिवाइडर युक्त सीसी रोड के समीप है। यहां पंचायत की ओर से निशानलगा रखे हैं, लेकिन दुकानदार इससे भी आगे निकलते हुए बाहर तक सामान रख रहे हैं।

किराया लेकर कमा रहे राशि
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से लेकर प्याऊ तक राजमार्ग के समीप बेरीकेटिंग में ठेला मालिकों को रोजगार के लिए ठेलों पर व्यापार करने की अनुमति दी हुई है। ग्राम पंचायत की ओर से बेरीकेटिंग में संचालित प्रत्येक ठेले से प्रतिदिन ४० रुपए किराए के रूप में लिए जा रहे हैं, लेकिन कई ठेला मालिकों ने अपने ठेले के आगे अन्य को जमीन किराए पर दे रखी है तथा इन लोगों से किराए के रूप में हर माह हजारों रुपए वसूल कर जेब भर रहे हैं।

कार्रवाई करेंगे…
अतिक्रमण हटाने को लेकर हम गंभीर है। ठेलों मालिकों को निर्धारित बेरीकेटिंग के अन्दर रोजगार चलाने के निर्देश है। पालना नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। नियम विरुद्ध किराया लेने वाले ठेला मालिकों को पूर्व में नोटिस जारी किए थे। शीघ्र ही जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. मंजू मेघवाल, सरपंच, आहोर
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