जालोर. हाल ही में नगरपरिषद क्षेत्र में अन्नपूर्णा योजना के तहत शुरू की गई अन्नपूर्णा रसोई वेन का शुक्रवार को योजना प्रभारी ने निरीक्षण किया। इस दौरान प्रभारी चम्पालाल ने शहर के नया बस स्टैंड और हरिदेव जोशी सर्किल पर खड़े रहने वाले वाहनों का निरीक्षण कर नाश्ते और भोजन की गुणवत्ता के बारे में लोगों से जानकारी ली। प्रभारी के वहां पहुंचने पर लोगों ने काफी कमियां गिनाई। लोगों का कहना था कि नाश्ते में दिए जाने वाला साम्भर काफी पतला था। वहीं पोहे व अन्य आइटम भी स्वादहीन थे। इसके अलवा निरीक्षण के दौरान कई जगह रसोई वेन में लगी पोश मशीनें ऑनलाइन कनेक्ट ही नहीं थी। इन मशीनों से नाश्ते और भोजन के लिए दिए जाने वाले टोकन की एंट्री ऑनलाइन होती है और एंट्री के बाद इसका सारा डाटा मुख्यालय के सर्वर में स्टोर होता है। ताकि यह पता लग सके कि रोजाना नाश्ते और भोजन की कितनी प्लेट दी गई। ऐसे में प्रभारी ने ये सारी कमियां कागज पर नोट की और रसोई वेन के कार्मिकों ये कमियां पूरी करने के निर्देश दिए।
खैरात नहीं, सरकार दे रही सब्सिडीगौरतलब है कि अन्नपूर्णा रसोई वेन पर लोगों को पांच रुपए में नाश्ता और आठ रुपए में भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है, लेकिन बताया जा रहा है संबंधित ठेकेदार को सरकार से बाकी रुपए की सब्सिडी भी दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार करीब 21 रुपए के नाश्ते के लिए पांच रुपए जनता से और 16 रुपए सरकारी मद से ठेकेदार को अदा किए जाएंगे। वहीं भोजन के 35 रुपए में से आठ रुपए जनता से लिए जा रहे हैं और शेष 27 रुपए की सब्सिडी ठेकेदार को सरकारी मद से दी जाएगी। इसके बावजूद नाश्ते और भोजन में गुणवत्ता सही नहीं होने की शिकायतों पर प्रभारी ने गुरुवार को इसका निरीक्षण कर व्यवस्थाएं जांची।
वेन में मिली गंदगीनिरीक्षण के दौरान प्रभारी वेन के अंदर भी व्यवस्थाएं जांची। इस दौरान वेन में जगह-जगह पसरी गंदगी को लेकर भी उन्होंने कार्मिकों को लताड़ लगाई।साथ ही वेन में स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए। इस पर कार्मिकों का कहना था कि भोजन परोसने के दौरान थोड़ी-बहुत गदंगी हो जाती है। आगे से इसका
ध्यान रखा जाएगा। इसी तरह वेन में पानी की व्यवस्था देखने पर पानी गर्म मिला। जबकि शर्तों के मुताबिक वेन में ठंडे पानी की व्यवस्था जरूरी है।
उच्चाधिकारियों को भेजी रिपोर्टयोजना प्रभारी चम्पालाल ने बताया कि कुछ दिन पूर्व भी अन्नपूर्णा रसोई वेन का निरीक्षण किया गया था। जिस पर काफी कमियां मिलने व नाश्ता और भोजन करने वाले लोगों की शिकायत के आधार पर रिपोर्टबनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी गई थी।
रोजाना प्रतिवेन से 100 प्लेट की बिक्रीजानकारी के अनुसार शहर में संचालित छह अन्नपूर्णा वेन से रोजाना लक्ष्य के मुकाबले प्रति वेन करीब नाश्ते और भोजन की 100 प्लेट बिक रही हैं।
रोटियां भी अधपकीनिरीक्षण के दौरान लोगों को परोसी जाने वाली रोटियों की गुणवत्ता के बारे में भी पूछा गया। जिस पर उन्होंने बताया कि कई बार रोटियां अधपकी या कड़क मिलती है। वहीं सब्जियां भी काफी पतली होने से लोग संतुष्ट नहीं हो पाते। इस पर कार्मिकों ने बताया कि भोजन शिवगंज में तैयार होने के बाद यहां पहुंचाया जाता है और रोटियां मशीन से तैयार होती है। इसमें वे कुछ नहीं कर सकते।
जालोर में नाश्ता, शिवगंज में भोजनछह प्वाइंट पर खड़ी रहने वाली वेन के लिए नाश्ता शहर की एफसीआई कॉलोनी में तैयार होता है। जबकि भोजन सिरोही जिले के शिवगंज शहर में तैयार होता है। इसके बाद यह वाहन के जरिए जालोर पहुंचाया जाता है। कार्मिकों ने बताया कि नाश्ता तैयार करने की सूखी वस्तुएं भी उन्हें आगे से ही पहुंचाई जाती है। यहां सिर्फ निर्धारित मात्रा में गर्म पानी मिलाकर इसे तैयार किया जाता है।
रिपोर्ट भेजी है…लोगों की शिकायत पर शुक्रवार को अन्नपूर्णा योजना के तहत चल रही रसोई वेन का निरीक्षण किया गया। इस दौरान लोगों ने गुणवत्ता को लेकर शिकायत भी की। वहीं कुछ जगह पोश मशीनें बंद मिली तो कहीं नाश्ते की क्वालिटी सही होने की बात सामने आई। इस बारे में कार्मिकों को हिदायत दी गईहै। वैसे वेन के जरिए दिए जाने वाले नाश्ते और भोजन की शेष राशि सब्सिडी के तौर पर ठेकेदार को अदा की जाएगी। डीएलबी को इस बारे में पूर्व में भी रिपोर्ट भेजी गई है। वहीं समय-समय पर इसकी जांच की जाती रहेगी। ताकि अधिकाधिक लोगों को इस योजना का फायदा मिल सके।
– चम्पालाल, अन्नपूर्णा रसोई योजना प्रभारी, नगरपरिषद, जालोर
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