jalore::: https://goo.gl/D2HkQ6::: आसाणा में पकड़ी अफीम की खेती, 3500 पौधे जब्त
जहां खपाना है वहीं कर दी खेती
अफीम व डोडा-पोस्त की तस्करी के कारोबार में जुड़े लोग जालोरी धरती परकिस्मत आजमाने को प्रयासरत हैं।शायद यही कारण है कि यहां अवैध रूप से खेती को अंजाम दिया जा रहा है। कम जोखिम में ज्यादा माल कमाने की फिराक में तस्कर यहां अफीम के पौधे उगाने पर ध्यान दे रहे हैं। मेवाड़ से अफीम व डोडा-पोस्त की खेप लेकर कई जिलेपार करते हुए जालोर-सांचौर तक पहुंचना जोखिम भरा है। खपत वाली जगह ही अफीम की खेती शुरू करने से तस्करों का जोखिम कम हो गया, लेकिन अवैध खेती के ये मामले एक के बाद एक सामने आ रहे हैं।
jalore::: https://goo.gl/TVyc5g:::चोरी-चुपके अफीम की खेती और चुपके से ही भाग गया
पुलिस मुखबीरों को नहीं मिली गंध
हालांकि अवैध रूप से चल रही इस खेती को पकडऩा पुलिस के लिए अच्छी उपलब्धि है, लेकिन इस तरह के मामले हाथ भी तब लगे हैं जब अफीम निकाला जा चुका था। लगभग चार माह से लहलहा रहे इन पौधों से अफीम तक निकाल लिया गया और कहीं पार हो गया, लेकिन पुलिस को इन चार माह में इसकी गंध तक नहीं मिली। इसे पुलिस के मुखबीर तंत्र की कमजोरी कही जाएगी कि करीब चार माह से चल रही इस तरह की खेती के बारे में पुलिस के पास सूचना तक नहीं थी। ऐसे में अंदेशा तो यह भी है कि इस तरह की अवैध खेती के मामले अन्य जगह भी चल रहे हो सकते हैं।
कार्रवाई कर रहे हैं…
जिले में अफीम की अवैध रूप से खेती की जा रही थी। मामले सामने आने पर कार्रवाई की गई है।
-सत्येंद्रपाल सिंह, एएसपी, जालोर