जालोर ने जीता अंडर-17 लड़कों की स्टेट फुटबॉल का खिताब, उधर टीम चयन में धांधली की शिकायत
खेलपे्रमियों ने जताई खुशी, वहीं टीम में जालोर जिले के खिलाड़ी नहीं होने पर कलक्टर से की शिकायत
Jalore won state football championship
जालोर. जिले की फुटबॉल टीम ने राजस्थान राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता का फाइनल मैच जीतकर खिताब अपने नाम किया। जालोर डिस्ट्रिक्ट फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष रोबिन जेवियर व सचिव प्रवीण सोलंकी ने बताया कि राजस्थान फुटबाल संघ के निर्देशन में अंडर-17 लड़कों की राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता कोटा में 27 से 30 अक्टूबर तक कोटा जिला फुटबॉल संघ के तत्वाधान में आयोजित की गई। जिसमें जालोर जिला फुटबॉल संघ की अंडर-17 लड़कों की फुटबॉल टीम राज्य स्तरीय फुटबॉल चैंपियनशिप 2018 में विजेता बनी। फाइनल मैच जालोर फुटबॉल टीम व राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की फुटबॉल अकादमी जोधपुर के बीच खेला गया। जिसमें जालोर ने खिताब अपने नाम किया। टीम का नेतृत्व डी लाइसेंस कोच हरिओम शर्मा ने किया। वहीं राजस्थान की फस्र्ट सी लाइसेंस कोच कुलदीप कुमार ने प्रशिक्षण प्रदान किया। जालोर की जीत पर जिला ओलंपिक एसोसिएशन के सेक्रेटरी जनरल लालसिंह सांखला, अध्यक्ष चिरंजीलाल दवे, टेनिस अध्यक्ष शकील परवेज, बैडमिंटन के सचिव जितेंद्र सिंह सांखला, हाकी जालोर के सचिव मदन सिंह राठौड़ बास्केटबॉल के मून सिंह राठौड़ फुटबॉल संघ के कोषाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह सांखल, कुश्ती के हरिराम विश्नोई, टेनिस बाल के एनआर उस्मानी, फिरोज खां, कानदास, सुरेश चौधरी व महेश ढाका समेत अन्य खेलप्रेमियों ने खुशी जताई।
संघ में फर्जीवाड़े के जांच की मांग
जालोर. जिला फुटबाल संघ को लेकर जिला क्रीड़ा परिषद के उपाध्यक्ष दीपसिंह धनानी ने जिला कलक्टर से शिकायत की है। उन्होंने बताया कि जिला फुटबाल संघ जालोर रजिस्ट्रार कार्यालय से पंजीकृत व जिला क्रीड़ा परिषद से मान्यता प्राप्त है। लेकिन जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष नियम विरुद्ध जयपुर के रोबिन जेवियर को बनाया हुआ है।वह जयपुर में एक प्राइवेट फुटबॉल क्लब संचालित करता है। उसमें जालोर जिले की टीम में सभी खिलाड़ी जयपुर के ही खेलते हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद एवं जिला क्रीड़ा परिषद के
नियमानुसार किसी भी खेल संघ को राज्य स्तर पर टीम भेजने से पूर्व जिला स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन कर टीम चयनित करके राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भेजनी होती है।लेकिन जालोर जिले की जिला स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन नहीं करवाया जाता है बल्कि सिर्फ कागजों में ही फर्जीवाड़ा कर खानापूर्ति की जाती है। जिसमें सीधे ही जयपुर के खिलाडिय़ों को राज्य प्रतियोगिता अनियमित तरीके के फर्जीवाड़ा कर भेज दिया जाता है। इतना ही नहीं जालोर जिले की टीम के टीए, डीए व भत्तों का भुगतान जयपुर के खिलाडिय़ों को किया गया है। जो कि नियम विरुद्ध है।उन्होंने इस तरह के फर्जी टीम भेजने के प्रयासों पर लगाम लगाने की मांग की है। ताकि जिले के खिलाडिय़ों का हक अन्य जिले के खिलाड़ी ना ले व जिले की प्रतिभा को आगे आने का मौका मिले। उन्होंंने इस प्रकरण में जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।