जालोर

Rajasthan News : देश में जमकर चमक रहा है चीमा ग्रेनाइट, जानिए इसका क्या है राजस्थान से कनेक्शन

Rajasthan News : जालोर के कंवला गांव के कंवलेश्वर पर्वत शृंखलाओं के पहाड़ कंवला के लिए अमूल्य धरोहर के रूप में है। इन पहाड़ों से निकलने वाले चीमा ग्रेनाइट ने देश ही नहीं विदेश में भी पहचान दी है।

जालोरMar 12, 2024 / 05:03 pm

Rakesh Mishra

Rajasthan News : जालोर के कंवला गांव के कंवलेश्वर पर्वत शृंखलाओं के पहाड़ कंवला के लिए अमूल्य धरोहर के रूप में है। इन पहाड़ों से निकलने वाले चीमा ग्रेनाइट ने देश ही नहीं विदेश में भी पहचान दी है। 30-40 के करीब चीमा ग्रेनाइट खदानों के कारण आज कंवला चीमा ग्रेनाइट नगरी के नाम से जाना जाता है। यहां के पहाड़ों में जिप्सम भी प्रचुर मात्रा में है। बाहरी राज्यों में व्यापार करने वाले यहां के लोगों ने पूरे देश में गांव का नाम किया है। लेकिन कंवला ग्राम आज भी अपनी मूलभूत पहचान ग्रेनाइट नगरी के नाम से रखता है। कंवला ग्राम की मुख्य पहाड़ी कंवलेश्वर पहाड़ी, ओलानगरी पहाड़ी, सुगालिया सिंधलान पहाड़ी तथा चवरड़ा पहाड़ी से प्रचुर मात्रा में चीमा ग्रेनाइट निकलता है। इसके अलावा चवरड़ा पहाड़ी से लाल चीमा ग्रेनाइट भी प्रचुर मात्रा में निकलता है। वर्तमान में कंवला की चार पहाडिय़ों से रोजाना करोड़ों का ग्रेनाइट निकलता है। ग्रेनाइट सिटी के रूप में पहचान रखने वाले जालोर जिले में सबसे अधिक डिमांड भी चीमा ग्रेनाइट की ही है। जालोर जिले में सबसे अधिक चीमा ग्रेनाइट की पूर्ति भी कंवला से ही होती है।
मांग के कारण बढ़ा खदानों का क्षेत्र
कंवला ग्राम के चीमा ग्रेनाइट की गुणवत्ता और विशेष प्रकार की ठोस होने के कारण सदैव जालोर की ग्रेनाइट इकाइयों की इसकी मांग रहती हैं। लगातार बढ़ती मांग के कारण कंवला और इसके आस-पास ग्रेनाइट खदानों की संख्या बढ़ती जा रहीं हैं। कंवला ग्राम की पहाडिय़ों से निकलने वाले ग्रेनाइट की मांग को देखते हुए इन पहाड़ों के आस-पास की भूमि में से भी ग्रेनाइट की खदानें शुरू हो चुकी हैं। वर्तमान में कंवला, ओलानगरी, सुगालिया सिंधलान, चवरड़ा के बाद अब पास के वलदरा, रूण्डमाल की ढाणी, भूती तथा पड़ोसी जिले के सीमावर्ती साकदड़ा ग्राम में भी बड़ी संख्या में ग्रेनाइट खदानों का उदय हुआ है। लेकिन गुणवत्ता एवं विश्वसनीयता के मामले में आज भी कंवला के चीमा ग्रेनाइट की कोई होड़ नहीं कर पाया है। जालोर के सीमावर्ती कंवला सहित इन आस-पास के गांवों में हिल में बड़ी संख्या में ग्रेनाइट की खदाने हैं।
देशभर में मांग
देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल, नवीं मुंबई के रेलवे स्टेशन सहित कई पार्क में चीमा ग्रेनाइट का प्रयोग किया जा चुका है। मुंबई के अलावा नई दिल्ली, चेन्नई, मैसूर, अहमदाबाद जैसे बड़े महानगरों में भी चीमा ग्रेनाइट की धाक हैं।
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