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जालोर

नेहड़ में पहुंची टिड्डी नियंत्रक दल की टीम, ऐसे कर रही टिड्डी का सफाया

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जालोरJul 06, 2019 / 10:35 am

Dharmendra Kumar Ramawat

locust arrived at Nehad area

नेहड़ में पहुंची टिड्डी

चितलवाना. नेहड़ के गांवों में आई टिड्डी पर नियंत्रण को लेकर टिड्डी नियंत्रक दल ने नेहड़ के गांवों में डेरा डाला हुआ है। वहीं टिड्डी नियंत्रक दल ने रात को पड़ाव डालने के साथ ही अलसुबह दवाई का छिड़काव जारी रखा।
नेहड़ के गांवों में टिड्डी के पहुंचने के बाद प्रशासन व कृषि अधिकारियों सहित केंद्र के टिड्डी नियंत्रक दल की ओर से नेहड़ के गांवों में जगह का चिह्नित कर दवा का छिड़काव किया जा रहा है। सीमावर्ती गांवों में टिड्डी पर नियंत्रण का काम जारी है। इस मौके एसडीएम जब्बरसिंह, तहसीलदार प्रेमाराम, संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. रामगोपाल, उपनिदेशक डॉ. आरपी सिंह, कृषि फूलाराम मेघवाल, सहायक कृषि अधिकारी देवेन्द्रसिंह, पटवारी केसाराम व ग्रामसेवक सहित टिड्डी नियंत्रक टीम के सदस्य बचाव में कार्य कर रहे हैं। राज्य में इस साल टिड्डी के जल्दी ही प्रवेश होने से इनका प्रजनन दो बार होने से इनकी संख्या और बढऩे की संभावना जताई जा रही है। पूर्व में 15 अगस्त के आस-पास ही टिड्डी का राज्य में प्रवेश होता था, लेकिन इस साल जुलाई में टिड्डी का प्रवेश होने से इनके प्रजनन की दोगुनी संभावना है।
मानसून के साथ होता है प्रजनन
कृषि अधिकारी के अनुसार ही टिड्डी का प्रजनन भी मानसून के अनुसार ही होता है। टिड्डी हमेशा के मुकाबले इस बार पहले आने से खतरा भी बढ़ रहा है। अधिकारियों की मानें तो मौसम में नमी के साथ ही एक टिड्डी सौ से सवा सौ अंडे देती है। वहीं 15 सितम्बर के बाद में टिड्डी का खतरा कम हो सकेगा। हालांकि बारिश के समय सावधारी बरतने की जरूरत रहेगी।
यहां से पहुंचती है टिड्डी
अधिकारियों की मानें तो फसलों को चौपट करने वाले करोड़ों की संख्या में टिड्डी का दल इराक, इरान व बुचिस्तान होते हुए पाकिस्तान पहुंचकर हवा के रुख के साथ ही राजस्थान के सीमावर्ती गांवों में पहुंचता है।
दो टीम कर रही छिड़काव
नेहड़ के सीमावर्ती गांवों में टिड्डी नियंत्रक दल की दो टीमें फिलहाल छिड़काव का कार्य कर रही है। दिनभर सर्च अभियान के बाद टिड्डी का रात का पड़ाव होने पर सुबह जल्द ही टिड्डी के उडऩे से पहले ही छिड़काव कर उन्हें नष्ट करने का अभियान चलाया जा रहा है।
तुरन्त दें सूचना…
नेहड़ के गांवों में टिड्डी आने के बाद अधिकारियों ने भी अलर्ट जारी किया है। साथ ही ग्रामीणों को टिड्डी का पड़ाव दिखने पर तुरन्त ही प्रशासन व टिड्डी नियत्रक दल को सूचना देने की अपील की है। ताकि अलसुबह ही छिड़काव कर उन्हें खत्म किया जा सके।
ये बरतें सावधानी
नेहड़ के गांवों में टिड्डी आने के बाद में टिड्डी नियंत्रक दल की ओर से दवाई के छिड़काव किया जा रहा है। ऐसे में अधिकारियों ने छिड़काव के बाद ग्रामीणों को अपने मवेशियों व छोटे बच्चों को उस जगह से दूर रखने के निर्देश दिए हैं।
इनका कहना…
हमने नेहड़ के गांवों का दौरा कर 300 हैक्टेयर में फैली आधे से अधिक टिड्डी खत्म कर दी है। वहीं एक-दो दिन में टिड्डी पूर्णतया साफ कर दी जाएगी।
– डॉ. रामगोपाल, संयुक्त निदेशक, कृषि अधिकारी, जयपुर
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