कोई दुनिया में नहीं तो कोई गांव में, फिर भी उनके नाम से हो रहा राशन का वितरण!
जालोर. भीनमाल क्षेत्र के वाड़ाभाड़वी गांव में राशन डीलर द्वारा राशन वितरण में जमकर अनियमितता बरती जा रही है, लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं हो रही है।
खुशालसिंंह भाटी
जालोर. भीनमाल क्षेत्र के वाड़ाभाड़वी गांव में राशन डीलर द्वारा राशन वितरण में जमकर अनियमितता बरती जा रही है, लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं हो रही है।
इनमें ऐसे राशन उपभोक्ता भी है, जो गांव में नहीं रह रहे हैं, लेकिन उनके राशन कार्ड से राशन सामग्री उठ रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि राशन डीलर द्वारा गेहूं और केरोसिन का वितरण कम किया जा रहा है, जबकि राशन कार्ड में पूरी एंट्री की जा रही है। यही नहीं जो व्यक्ति यहां मौजूद ही नहीं है उनके नाम से भी राशन सामग्री उठ रही है।
मुखिया नहीं दुनिया में परिवार बाहर
वाड़ाभाड़वी निवासी अन्नाराम घर का मुखिया था और उसकी मौत करीब तीन साल पूर्व हो चुकी है। उसके बाद उसका परिवार दिसावर में रह रहा है। उसके बाद भी इस परिवार के राशन कार्ड से राशन वितरण दिखाया गया है। यही नहीं जिस मुखिया की 3 साल पूर्व मौत हो चुकी है। उसके नाम से 15 नवंबर 2016 को रात 9.12 बजे राशन सामग्री का वितरण दर्शाया गया है।
वितरण कम, दर्शाया अधिक
कई ऐसे उपभोक्ता है, जिनकी शिकायत है कि उन्हें राशन का वितरण कम किया गया है, जबकि ऑनलाइन में एंट्री अधिक की गई है। ओखाराम पुत्र छगनाराम भील निवासी वाड़ाभाड़वी का कहना है कि 22 दिसंबर 2016 को उसे मात्र 2.50 लीटर केरोसिन दिया गया है, जबकि ऑनलाइन एंट्री 11.50 लीटर दर्शायी गई है। श्रवण पुत्र लिधाजी निवासी कावाखेड़ा को केवल 2.5 लीटर केरोसिन दिया गया, जबकि एंट्री 8 लीटर दर्शायी गई है। नियमानुसार एक परिवार को माह में दो बार 23 जून 2016 और 9 जून 2016 को दो बार 4-4 लीटर केरोसिन का वितरण दर्शाया गया है। इसी तरह राकेश पुत्र छगनाराम निवासी वाड़ाभाड़ा को भी केरोसिन वितरण कम किया गया। वाड़ाभाड़वी निवासी नरपतराम का आरोप है कि उसके ऑनलाइन में 7.50 लीटर केरोसिन की एंट्री है, जबकि उसे मात्र 2.5 लीटर ही केरोसिन मिला। मगनाराम रेबारी को केरोसिन मिला ही नहीं, जबकि उसकी ऑनलाइन एंट्री में 6.50 लीटर केरोसिन लेना दर्शाया गया है। अनाराम पुत्र समेलाराम ने जून माह में गैस कनेक्शन ले लिया था, उसके बाद भी उसके ऑनलाइन एंट्री में 6.50 लीटर केरोसिन लेना दर्शाया गया है। वीरमाराम पुत्र पुनमाजी ने केरोसिन नहीं लिया फिर भी 6.50 लीटर एंट्री है, गणपतसिंह पुत्र हेमसिंह का आरोप है कि नवंबर माह के बाद केवल 2.5 लीटर केरोसिन प्राप्त, जबकि ऑनलाइन एंटी 9 लीटर कीख्, चंदनसिंह पुत्र हड़मतसिंह ने नवंबर और अक्टूबर में केरोसिन नहीं लिया, लेकिन दोनों माह में 2.5-2.5 लीटर की एंट्री, रायचंद्र पुत्र त्रिकमाराम भील का कहना कि उसने केवल 2.5 लीटर केरोसिन लिया, जबकि ऑनलाइन एंट्री 8 लीटर की, वाड़ाभाडवी निवासी कैलाश का कहना कि 15 जुलाई 2016 को 15 किलो गेहूं नहीं लिया जबकि ऑनलाइन एंट्री में दर्शाया गया।
इन्हें नहीं मिला गेहूं
गोरखाराम पुत्र भडाराम निवासी वाड़ाभाड़वी को गेहूं नहीं मिला, फिर भी ऑनलाइन एंट्री में 25 किलो गेहूं, अनाराम ने गेहूं नहीं लिया फिर भी 25 किग्रा की एंट्री, शैतानसिंह पुत्र हड़मतसिंह को 23 जून 2016 को गेहूं नहीं मिले, लेकिन 10 किलो की एंट्री।
राशन सामग्री में गड़बड़ी
मेरे पिता की मौत तीन वर्ष पूर्व हुई। उसके बाद इस राशन कार्ड में मुखिया मेरा भाई रुडाराम है, जो अहमदाबाद है। लेकिन उसके बाद भी उसके नाम से राशन सामग्री उठ रही है, लेकिन वह यहां मौजूद नहीं है।
– लक्ष्मणाराम पुत्र अन्नाराम, वाड़ाभाड़वी
मैं राशन सामग्री लेने के लिए पहुंचता हूं तो राशन देने से इनकार किया जाता है, लेकिन मैंने ऑनलाइन एंट्री की जांच की तो उसमें मेरे राशन कार्ड से गेहूं का वितरण दर्शाया गया है।
– शैतानसिंह, वाड़ाभाड़वी
मेरे परिवार को गेहूं का वितरण नहीं किया गया है, जबकि ऑनलाइन एंट्री में 25 किलो गेहूं देना दर्शाया गया है। मेरी ही नहीं अन्य लोगों की भी शिकायत है कि डीलर द्वारा राशन दिया नहीं जा रहा, जबकि एंट्री दर्शायी जा रही है।
– गोरखाराम भील, वाड़ाभाड़वी
मेरे परिवार को 4 लीटर केरोसिन देना दर्शाया गया है, जबकि हकीकत में 2 लीटर ही मिला है। गेहूं तो दिया ही नहीं जा रहा, जबकि ऑनलाइन एंट्री में बताया जा रहा है।
आसुराम दर्जी, वाड़ाभाड़वी
इनका कहना
ग्रामीणों का आरोप निराधार है। मैं नियमानुसार ही सामग्री का वितरण करता हूं। जो भी सामग्री वितरण के लिए प्राप्त होती है उसे वितरण किया जाता है।
– नरपतसिंह राजपूत, राशन डीलर
जांच करवाएंगे
वाड़ाभाड़वी राशन डीलर के खिलाफ ग्रामीणों ने लिखित में शिकायत की है। शिकायत पर मामले की जांच की जा रही है। कमियां पाई जाने पर उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
– संपतराज वढ़ेरा, डीएसओ, जालोर