बाड़ के सहारे भागे आगे-पीछे
सरवाना क्षेत्र में नाकाबंदी भी ऐसी जगह कर रखी थी, जहां से तस्करों को भागने का मौका मिल गया।बताया जा रहा है कि पास ही कंटीली बाड़ होने से तस्कर इसी जगह से वाहन भगा ले गए। इस जगह कोई वाहन ही खड़ा रखा जाता तो संभवतया तस्कर पार नहीं हो सकते थे। भागने का मौका मिलने से तस्कर वाहन समेत फरार होने में कामयाब हो गए।बताया जा रहा है कि आगे-पीछे दौड़ रहे दोनों वाहन इसी बाड़ के सहारे भागे। एक ने हैड कांस्टेबल को टक्कर मारी,जबकि दूसरे वाहन ने थानाधिकारी को चपेट में लिया।
पुलिस दौड़ती रही और आबकारी अनभिज्ञ
मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए गठितआबकारी विंग भी यहां शिथिल साबित हो रही है। ढिलाई का आलम तो इतना है कि सांचौर क्षेत्र में सुबह से देर शाम तक पुलिस तस्करों की खोजबीन में जुटी हुई है और आबकारी महकमा इससे अनभिज्ञ ही है। ऐसे में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में जांच एजेंसियां कितनी सतर्कता बरत रही हैयह आसानी से सोच सकते हैं। सांचौर आबकारी निरीक्षक राकेश खत्री ने बताया कि क्षेत्र में इस तरह का कोई घटनाक्रम हुआ हैया नहीं इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
बाद में बात करूंगा…
अभी मैं अधिकारियों के साथ मीटिंग में हूं, इस बारे में बाद में बात करूंगा।
-हिम्मत अभिलाष, एसपी, जालोर